नई दिल्ली। दिल्ली हिन्दी अकादमी की उपाध्यक्ष एवं सुप्रसिद्ध लेखिका मैत्रेयी पुष्पा को आज यहां उदयराज सिंह स्मृति सम्मान से विभूषित किया गया।
श्रीमती पुष्पा को पुरस्कार में एक लाख रुपए का चेक, प्रतीक चिह्न तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। भारतीय ज्ञानपीठ के निदेशक एवं प्रसिद्ध हिन्दी कवि लीलाधर मंडलोई ने 72 वर्षीय लेखिका को साहित्य अकादमी के सभागार में आयोजित एक समारोह में यह सम्मान प्रदान किया।
बिहार के रोहतास जिले के सूर्यपुरा में 05 नवम्बर 1921 को जन्मे उदयराज सिंह मुंशी प्रेमचंद के समकालीन लेखक शैली सम्राट राजा राधिका रमण प्रसाद सिंह के पुत्र थे और फणीश्वर नाथ रेणु के समकालीन लेखक थे। उनकी स्मृति में 2006 से यह सम्मान दिया जाता है।
समारोह में धर्मयुग एवं नवभारत टाइम्स मुम्बई के संपादक प्रसिद्ध पत्रकार विश्वनाथ सचदेव समेत तीन लेखकों को नई धारा सम्मान दिया गया। 1950 से प्रकाशित चर्चित पत्रिका नई धारा की शुरुआत भी उदयराज सिंह ने की थी।
सचदेव (74) की अनुपस्थिति में सारिका से जुड़े रहे प्रसिद्ध कहानीकार सुरेश उनियाल ने यह सम्मान ग्रहण किया। नई धारा के प्रधान सम्पादक प्रमथ राज सिंह ने उन्हें पुरस्कार में 25 हज़ार रुपए का चेक, प्रतीक चिह्न तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। समारोह में हिन्दी की कथाकार रीता सिन्हा तथा बिहार के गज़लकार अनिरुद्ध सिंह को भी नई धारा सम्मान प्रदान किया गया।
इस बार पुरस्कार चयन समिति में जानी मानी हिन्दी लेखिका पद्मश्री उषा किरण खान, चर्चित लेखक हिमांशु जोशी तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर हरिमोहन थे। (वार्ता)