मणिपुर के नोनी जिले में आर्मी कैंप में बड़ा हादसा हो गया। खबरों के अनुसार, इस क्षेत्र में भारी भूस्खलन होने से 50 से अधिक जवान मलबे में दब गए। 6 जवानों की मौत हो गई और 20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि कई अब भी लापता हैं। भारतीय सेना और असम राइफल्स के जवानों द्वारा बड़े पैमाने पर बचाव अभियान जारी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
खबरों के अनुसार, कुछ दिनों से मणिपुर में भारी बारिश हो रही है। मणिपुर के नोनी जिले में जिरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन के पास स्थित भारतीय सेना की 107 टेरिटोरियल आर्मी कैंप के पास बुधवार रात को भारी भूस्खलन हो गया।
भूस्खलन के चलते अब तक कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग मलबे में अब भी दबे हैं, जबकि कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं। 20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घायलों का इलाज नोनी आर्मी मेडिकल यूनिट में किया जा रहा है।ये लोग मणिपुर के नोनी जिले में तुपुल रेलवे स्टेशन के पास जिरीबाम से इंफाल तक एक निर्माणाधीन रेलवे लाइन की सुरक्षा के लिए तैनात थे। भूस्खलन ने इजेई नदी को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया है।
सेना के हेलीकॉप्टर रेस्क्यू के लिए तैयार हैं। मौसम साफ होने का इंतजार किया जा रहा है। मौसम साफ होने पर सेना के हेलीकॉप्टरों से बचाव कार्य चलाया जाएगा।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। शाह ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को फोन कर हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री सिंह ने ट्विटर पर कहा कि उन्होंने टुपुल में भूस्खलन की स्थिति का आकलन करने के लिए आपात बैठक बुलाई है।