कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य के विभिन्न हिस्सों में टोल प्लाजों पर सैनिकों की मौजूदगी के विरोध में शुक्रवार को भी राज्य के सचिवालय में ही रूकी हुई हैं। उन्होंने पूछा कि क्या यह सैन्य तख्तापलट है। बहरहाल, जवान सचिवालय के निकट स्थित टोल प्लाजा से बीती रात ही हट चुके हैं।
ममता ने राज्य सचिवालय नबन्ना में बुधवार देर रात संवाददाताओं से बात की। उन्होंने कहा कि हमारे लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए मैं सचिवालय में ही रूकूंगी। उन्होंने पूछा, 'क्या यह सैन्य तख्तापलट है।'
ममता ने कहा कि मुर्शिदाबाद, जलपाईगुड़ी, दार्जीलिंग, उत्तर 24 परगना, बर्धमान, हावड़ा और हुगली आदि जिलों में सेना के जवानों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि सेना को राज्य सरकार को सूचित किए बगैर तैनात किया गया है। यह अभूतपूर्व और बेहद गंभीर मामला है।
तृणमूल नेतृत्व ने इस मुद्दे को संसद के दोनों सदनों में उठाने और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को इस बारे में सूचित करने का फैसला लिया है।
पार्टी के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने बताया कि हम सभी राजनीतिक दलों से बात कर रहे हैं। इस मुद्दे को आज संसद में उठाने की योजना है। देखते हैं। तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'हम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर उन्हें इस घटना की जानकारी देने पर विचार कर रहे हैं। पूरे देश को पता चलना चाहिए कि किस तरह भाजपा प्रतिशोधात्मक राजनीति कर रही है।' (भाषा)