नई दिल्ली। 2014 में भाजपा के केन्द्र की सत्ता में आने के बाद गैर-भाजपा गठबंधन बनाने के कई प्रयास हुए, लेकिन यह कोशिश कभी भी हकीकत में बदल नहीं पाई। इस मोर्चे की सबसे बड़ी मुश्किल यह रही कि इसका नेता कौन बने। कांग्रेस भी राहुल गांधी को मोदी के विकल्प के रूप में पेश करती रही है, लेकिन कभी भी वे उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए।
इस बीच, टीएमसी ने अपने मुखपत्र 'जागो बांग्ला' में लिखे एक लेख में कहा है कि नरेन्द्र मोदी का एकमात्र विकल्प ममता बनर्जी ही बन सकती हैं। पार्टी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को नाकाम करार दिया है। इस लेख में पार्टी के लोकसभा सांसद सुदीप बंदोपाध्याय समेत कई वरिष्ठ नेताओं के बयान हैं।
टीएमसी नेताओं का मानना है कि विपक्ष के खेमे में कांग्रेस का होना जरूरी है, लेकिन उन्होंने राहुल गांधी को मोदी का विकल्प नहीं माना। माना जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस ममता को मोदी के विकल्प के रूप में पेश कर अभियान शुरू करने जा रही है।
हालांकि कांग्रेस टीएमसी की इस बात से इत्तफाक नहीं रखती। उसके नेताओं का कहना है कि अभी से यह कहना जल्दबाजी होगी कि विपक्ष का चेहरा कौन होगा। ऐसा नहीं है कि टीएमसी ने पहली बार कांग्रेस पर सवाल उठाया है। इससे पहले एनसीपी नेता शरद पवार भी कांग्रेस की कमजोर स्थिति की ओर इशारा कर चुके हैं।