नई दिल्ली। सीबीआई की छापेमारी के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कहा कि कई घंटों की तलाशी के बाद एजेंसी ने उनका कंप्यूटर और मोबाइल फोन जब्त कर लिया तथा उसने कुछ फाइल भी अपने कब्जे में ले लीं। सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह सीबीआई की जांच तथा उसकी छापेमारी से भयभीत नहीं हैं।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया के आवास और 30 अन्य स्थानों पर शुक्रवार को छापे मारे। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि सिसोदिया के निकट सहयोगी की कंपनी को एक करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह सीबीआई की जांच तथा उसकी छापेमारी से भयभीत नहीं हैं।
कई घंटे तक चली छापेमारी की कार्रवाई के बाद सिसोदिया ने कहा, सुबह सीबीआई की टीम पहुंची और पूरे घर की तलाशी ली। मेरे परिवार और मैंने उन्हें पूरा सहयोग दिया। उन्होंने मेरा कंप्यूटर और मोबाइल फोन जब्त कर लिया। वे कुछ फाइल भी ले गए।
सिसोदिया ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल सरकार को दिल्ली में अच्छा काम करने से रोकने के लिए केंद्र सरकार एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि छापेमारी के दौरान सीबीआई अधिकारियों ने अच्छा व्यवहार किया।
दिल्ली सरकार ने किया 12 आईएएस अधिकारियों का तबादला : दिल्ली आबकारी नीति में अनियमितताओं के संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की छापेमारी के कुछ घंटों बाद ही शुक्रवार को दर्जनभर आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया।
दिल्ली सरकार के सेवा विभाग की ओर से जारी स्थानांतरण आदेश के अनुसार, जिनका स्थानांतरण किया गया है उनमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव उदित प्रकाश राय भी शामिल हैं जो 2007 बैच के एजीएमयूटी काडर के आईएएस अधिकारी हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल ने भ्रष्टाचार के दो मामलों में एक कार्यकारी अभियंता को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने के लिए 50 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में राय के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की थी। आदेश के मुताबिक, राय को प्रशासनिक सुधार विभाग में विशेष सचिव के तौर पर स्थानांतरित किया गया है।(एजेंसियां)