नई दिल्ली। तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के मामले में भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर भी पूर्व रक्षा मंत्री कृष्णा मेनन की तरह गलती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खतरा चीन से तो पाकिस्तान पर ध्यान क्यों केंद्रीत किया जा रहा है?
मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि एस जयशंकर को शायद भारतीय इतिहास और कूटनीति के कुछ अध्यायों पर दोबारा गौर करना चाहिए। दुर्भाग्य से वह वही गलती कर रहे हैं जो (पूर्व) रक्षा मंत्री कृष्णा मेनन ने की थी. जब खतरा चीन है तो वह पाकिस्तान पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं!
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक की अध्यक्षता करते पाकिस्तान को जमकर लताड़ा था। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता हमारे समय की प्रमुख चुनौतियों पर प्रभावी प्रतिक्रिया पर निर्भर करती है, फिर चाहे वह महामारी, जलवायु परिवर्तन, संघर्ष या आतंकवाद की ही बात क्यों न हो।
पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से सीमा पार से आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देश पर लागू होता है। ओसामा बिन लादेन की मेजबानी और पड़ोसी देश की संसद पर हमला करने वालों को इस परिषद के सामने उपदेश नहीं देना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना ने सोमवार को बताया था कि भारतीय और चीनी सैनिकों की तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास एक स्थान पर 9 दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस झड़प को लेकर ससंद में बयान दिया था। उन्होंने कहा कि इस झड़प में किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई है और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है।