नई दिल्ली। गर्मी से बेहाल देश के लिए एक दुखद खबर सुनाते हुए भारतीय मौसम विभाग ने रविवार को कहा है कि इस साल मानसून के आने में 6 दिन की देरी होगी। आमतौर पर मानसून 1 जून को केरल पहुंच जाता है।
आईएमडी ने मानसून से जुड़ी भविष्यवाणी करते हुए रविवार को कहा कि पूर्वानुमान दर्शाते हैं कि इस साल केरल में मानसून पहुंचने में थोड़ी देर हो सकती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून 7 जून को केरल पहुंच सकता है। प्रारूप की त्रुटि के आधार पर 4 दिन ऊपर-नीचे हो सकते हैं।
आमतौर पर 1 जून को केरल पहुंच जाने वाले मानसून में देरी देश के लिए अच्छी खबर नहीं है, क्योंकि भारी गर्मी झेल रहे लोग बहुत उत्सुकता के साथ बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
दिलचस्प बात यह है कि वर्ष 2015 को छोड़कर पिछले 11 साल (2005-2015) में की गई मौसम संबंधी भविष्यवाणियां सही साबित हुई हैं। इसमें 4 दिन ऊपर-नीचे होने की गुंजाइश त्रुटि के रूप में रखी गई है।
आईएमडी के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने कहा कि मानसून में देरी होना कोई असामान्य बात नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों को भारी गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है, क्योंकि आगामी दिनों में कुछ बारिश हो सकती है।
राठौड़ ने कहा कि इस समय बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो एक डिप्रेशन (दबाव क्षेत्र) बन जाएगा और रविवार रात तक तमिलनाडु तट पर पहुंचेगा। इससे इस राज्य में, दक्षिण कर्नाटक के आंतरिक हिस्सों में और केरल के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश होगी।
मौसम पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी स्काईमेट ने कहा था कि मानसून 28 और 30 मई के आसपास केरल पहुंचेगा। आईएमडी ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी है कि मानसून इस साल सामान्य से अच्छा रहेगा। (भाषा)