कुख्यात आतंकवादी एवं जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर अंतत: भारत सरकार के प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित हो गया है। मसूद ने 1999 में पाकिस्तान पहुंचने के बाद आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया था। इसके बाद वह भारत विरोधी गतिविधियों में संलग्न हो गया। जैश के आतंकियों ने भारत में यूं तो कई हमलों को अंजाम, लेकिन हम कुछ प्रमुख हमलों की जानकारी दे रहे हैं....
फरवरी 2019 : 14 फरवरी को श्रीनगर-पुलवामा राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला। इस आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हुए। 26 फरवरी को भारत ने जैश के सबसे बड़े आतंकी प्रशिक्षण केंद्र बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की। भारतीय वायुसेना के इस हमले में बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए।
सितंबर 2016 : जम्मू-कश्मीर के उड़ी स्थित सेना के 12वीं ब्रिगेड मुख्यालय को निशाना बनाया गया। इस हमले में सेना के 19 जवान शहीद हो गए। इसके बाद 28 सितंबर को भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक में बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए।
जनवरी 2016 : पठानकोट स्थित भारतीय वायुसेना के एयरबेस पर बड़ा हमला किया। इस हमले में 7 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए जबकि 1 नागरिक की मौत हो गई।
नवंबर 2005 : कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के थोड़ी देर बाद ही नौगाम में जैश आतंकवादियों ने कार बम विस्फोट किया। इस हमले में 10 लोगों की जान चली गई।
मार्च 2005 : पुलवामा में ग्रेनेड से हमला, 23 नागरिकों की मौत और सीआरपीएफ के 2 जवान घायल हुए।
अक्टूबर 2001 : जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला। इस हमले 31 लोगों की जान चली गई।
दिसंबर 2001 : हथियारों से जैश के 5 आतंकियों ने भारत की संसद पर हमला किया। इस हमले में 9 लोगों की मौत हुई। पांचों आतंकवादी भी मारे गए। भारत ने इस हमले को काफी गंभीरता से लिया और कुछ समय के लिए अपनी सेना सीमा पर तैनात कर दी। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात निर्मित हो गए थे।
अप्रैल 2000 : अप्रैल 2000 में श्रीनगर के बादामी बाग कैंटोमेंट में IED के जरिए कार बम विस्फोट। कम से कम 30 लोगों की मौत हुई।