Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

पुलवामा हमले का दोषी लंबू मारा गया, मसूद अजहर का था रिश्तेदार

हमें फॉलो करें पुलवामा हमले का दोषी लंबू मारा गया, मसूद अजहर का था रिश्तेदार

सुरेश एस डुग्गर

, शनिवार, 31 जुलाई 2021 (15:37 IST)
जम्मू। सुरक्षाबलों ने पुलवामा हमले के मुख्य दोषी लंबू उर्फ अदनान भाई को मार डाला है। वह पाकिसतानी नागरिक था और जैश ए मुहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार भी था।
 
अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा के डाचीगाम में नामीबियान और मरसर इलाके के बीच पड़ने वाले जंगलों में आज शनिवार को सुरक्षाबलों द्वारा मार गिराए गए दो आतंकवादियों में जैश-ए-मोहम्मद का कुख्यात पाकिस्तानी आतंकवादी अदनान भाई उर्फ लंबू भाई भी शामिल है। हालांकि दूसरे आतंकी की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
 
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने लंबू के मारे जाने की पुष्टि करते हुए इसे सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी बताया है। मुठभेड़ स्थल से एक एके-47, एक एम-4 राइफल समेत अन्य गोलाबारूद बरामद हुआ है।
 
दरअसल पाकिस्तानी आतंकी लंबू भाई सुरक्षाबलों के लिए चुनौती बना हुआ था। आईईडी बनाने में विशेषज्ञ माने जाने वाले आतंकी लंबू भाई को पुलिस कई सालों से ढूंढ रही थी। लंबू को सुरक्षबलों ने गत वर्ष नवंबर में भी घेरा था परंतु रात के अंधेरे का फायदा उठाकर वह मुठभेड़ स्थल से फरार हो गया था।
 
पुलवामा हमले के बाद से ही जैश-ए-मोहम्मद के आईईडी विशेष माने जाने वाले तीन आतंकी सुरक्षाबलों के निशाने पर थे। दो आईईडी विशेष डॉ सैफुल्ला, वाहिद भाई को सुरक्षाबलों ने गत वर्ष जुलाई और नवंबर में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया था परंतु लंबू भाई मुठभेड़ से बच निकलने के बाद अंडरग्राउंड हो गया था। पुलिस इतना जानती थी कि वह पुलवामा में ही कहीं छिपा हुआ है।
 
लंबू मसूद अजहर के परिवार से था। वह लेथपोरा पुलवामा हमले की साजिश और योजना में शामिल था। फिदायीन हमले के दिन तक वह आदिल डार के साथ रहा, आदिल डार के वायरल वीडियो में उसकी भी आवाज थी। दूसरे आतंकी की पहचान की जा रही है। आईजीपी ने सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम को बधाई दी है।
 
खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला था कि पुलवामा के त्राल के नागबेरान तारसर के जंगल में आतंकी छिपे हैं। इस पर सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन आतंकियों ने आत्मसमर्पण नहीं किया। आतंकियों ने खुद को घिरा देख सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब देते हुए दो आतंकियों को मार गिराया है। फिलहाल सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान चला रखा है।
 
यह ऑपरेशन 24 जुलाई को तड़के उस समय शुरू हुआ जब पुलिस को जिले के सुमलर इलाके के शोकबाबा जंगल क्षेत्र में आतंकियों के एक बड़े दल की मूवमेंट का इनपुट मिला। इस इनपुट के आधार पर तुरंत जम्मू कश्मीर पुलिस ने सेना की 13 और 14 आरआर व सीआरपीएफ के साथ मिलकर एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान सेना की इलीट फोर्स पैरा और मारकोस को भी ऑशन में शामिल किया गया।
 
आतंकियों ने एडवांस सर्च पार्टी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसका जवानों ने भी मुहतोड़ जवाब दिया। इस मुठभेड़ में शुरू में दो आतंकियों को, जबकि रविवार की सुबह एक और आतंकी को मार गिराया गया। 
सूत्रों के अनुसार यह पांच आतंकियों का एक ग्रुप था, जिसमें बताया जा रहा है कि एक स्थानीय और बाकी के चार पाकिस्तानी आतंकी थे।
 
मारे गए आतंकियों में से एक आतंकी की शिनाख्त शाकिर अल्ताफ बाबा के तौर पर हुई, जो वर्ष 2018 में अटारी-वाघा बार्डर से पाकिस्तान गया था और हाल ही में एलओसी से घुसपैठ कर कश्मीर में दाखिल हुआ था।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

दिल्ली : लेडी डॉन गिरफ्तार, पुलिस की बड़ी कामयाबी