Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

रद्द होगी मेहुल चौकसी की एंटीगा की नागरिकता, भेजा जा सकता है भारत

हमें फॉलो करें रद्द होगी मेहुल चौकसी की एंटीगा की नागरिकता, भेजा जा सकता है भारत
, मंगलवार, 25 जून 2019 (14:31 IST)
भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी की नागरिकता रद्द कर उसे जल्द से जल्द भारत भेजेगा। यह बयान एंटीगा के प्रधानमंत्री की ओर से आया है। यह दावा वहां के एक स्थानीय अखबार ने किया है। भारत से फरार होने के बाद चौकसी फिलहाल एंटीगा में रह रहा है।
 
एंटीगा के प्रधानमंत्री गैस्टोन ब्रॉन ने कहा कि चौकसी की एंटीगा और बरबूडा की नागरिकता बहुत जल्द रद्द की जाएगी। उन्होंने साफ-साफ कहा कि वे अपने देश को अपराधियों के लिए सुरक्षित जगह नहीं बनने देंगे। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि अपराधी को भी कानूनी हक होता है। उसके पास अभी भी कोर्ट जाने का रास्ता खुला है, लेकिन कानूनी प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा कर उसे हम कानूनी तरीके से ही भारत भेजेंगे।
 
14 हजार घोटाले का आरोपी है मेहुल चौकसी : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को लगभग 14 हजार करोड़ रुपए का चूना लगाकर चोकसी विदेश फरार हो गया था। बंबई हाईकोर्ट ने हाल ही में चोकसी की स्वास्थ्य की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक टीम का गठन किया गया था। इस टीम की रिपोर्ट देखकर कोर्ट तय करेगा कि चोकसी स्वास्थ्य की दृष्टि से हवाई यात्रा करने में सक्षम है या नहीं। स्पेशलिस्ट टीम 9 जुलाई तक कोर्ट में अपनी रिपोर्ट जमा करेगी। मामले की अगली सुनवाई 10 जुलाई को होना है।
 
ऐसे होगी वापसी : भारत चौकसी के प्रत्यर्पण के लिए लगातार प्रयत्न कर रहा है। कुछ दिन पहले ही जांच एजेंसियों ने चोकसी के बीमार होने के दावे पर एयर ऐम्बुलेंस के जरिए वापस लाने का प्रस्ताव भी दिया था। बता दें कि जांच के लिए भारत आने से इंकार करते हुए चोकसी ने कहा था कि वह स्वास्थ्य कारणों से भारत यात्रा नहीं कर सकता, लेकिन जांच में मदद करने के लिए तैयार हैं।
 
क्या है प्रत्यर्पण संधि : प्रत्यर्पण संधि दो देशों के बीच होने वाली वह संधि है, जिसके अनुसार देश में अपराध करके किसी दूसरे देश में जाकर रहने वाले अपरधियों को उस देश को लौटा दिया जाता है। भारत की 47 देशों के साथ पहले से ही प्रत्यर्पण संधि है, लेकिन दुनिया के अन्य देशों के साथ ही इस प्रकार की संधि करने के लिए सरकार अग्रसर है। केंद्र सरकार इस प्रयास में लगी हुई है कि जो आर्थिक अपराधी देश छोड़कर विदेश में हैं, उसका किसी प्रकार जल्द प्रत्यर्पण किया जा सके।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

सिंदूर लगाकर लोकसभा पहुंची नुसरत जहां, शपथ के बाद स्पीकर के पांव छुए