प्रधानमंत्री मोदी की एक नई किताब की इन दिनों बहुत चर्चा है। सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों और न्यूज चैनल्स में इस किताब की चर्चा हो रही है। किताब का नाम है मोदी@20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी।
दिल्ली के विज्ञान भवन में बुधवार को आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखी गई इस किताब का विमोचन हुआ।
देश के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने किताब का विमोचन करते कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने दुनिया को दिखाया कि सपने वाकई में सच हो सकते हैं।
इस खास मौके पर गृहमंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
अपने संबोधन में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी देश के हर क्षेत्र और हर वर्ग के लोकप्रिय नेता हैं और उन्होंने सरकार के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के संगठन को भी मजबूती प्रदान की।
उन्होंने कहा कि देश की जनता को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है और वे दिल से उन्हें प्यार भी करते हैं। गृहमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार लोगों को अच्छा लगे ऐसे फैसले नहीं लेती है, बल्कि मोदी सरकार ऐसे फैसले लेती है, जो लोगों के लिए अच्छे हों। शाह ने कहा, कोई शब्द या पुस्तक उनका (मोदी) वर्णन नहीं कर सकते हैं।
20 साल के सियासी सफर का लेखाजोखा
Modi @20: Dreams Meet Delivery पीएम मोदी के पिछले 20 वर्षों के राजनीतिक जीवन को दर्शाती है, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल से लेकर भारत के प्रधानमंत्री बनने तक का ब्यौरा शामिल हैं।
दरअसल यह पुस्तक देश के जाने माने बुद्धिजीवियों और विशेषज्ञों द्वारा लिखे गए लेखों का एक संकलन है। इस पुस्तक को ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन द्वारा संपादित और संकलित है। उपराष्ट्रपति नायडू ने किताब के लेखकों को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने नरेंद्र मोदी की पिछले 20 साल की रोमांचक यात्रा की बेहतरीन रूपरेखा प्रस्तुत की है।
राजनीति के लिए गीता है यह किताब
पीएम मोदी के राजनीतिक जीवन के 20 वर्षों पर आई पुस्तक को राजनीति में सक्रिय लोगों के लिए अमित शाह ने गीता के समान बताया है। अमित शाह ने पुस्तक विमोचन के मौके पर कहा कि मैं इस किताब में दिए गए चैप्टर्स पर नहीं बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में बात करूंगा।
उन्होंने कहा कि इस किताब में मोदी जी के 20 साल के अनुभव के बारे में बात की गई है, लेकिन इससे पहले के उनके 30 सालों के सफर को जाने बिना यह अधूरा है। उन्होंने कहा कि कैसे एक आदमी जो कभी पंचायत का सदस्य भी नहीं रहा और आज वह वैश्विक नेता हैं, यह जानने की जरूरत है।
इन शख्सियतों ने दिया पुस्तक में योगदान
पुस्तक में योगदान देने वालों में सुधा मूर्ति, सद्गुरु, नंदन नीलेकणी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, दिवंगत महान गायिका लता मंगेशकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, उद्योगपति उदय कोटक, अभिनेता अनुपम खेर, बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु और प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा शामिल हैं। इस किताब में कुल 21 लेख संकलित किए गए हैं।