नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद से भारत को स्वच्छ बनाने और 15 सितंबर से देश भर में शुरू हो रहे स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा की सफलता सुनिश्चित करने की अपील की।
‘स्वच्छ भारत अभियान’ की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में देश भर में 15 सितंबर से दो अक्टूबर के बीच स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है जिसका उद्देश्य स्वच्छता को हर किसी से जीवन से जुड़ा विषय बनाना है।
इस पखवाड़े में क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल, बैडमिंटन सहित विभिन्न खेलों की राष्ट्रीय टीमों से एक-एक झुग्गी बस्ती को गोद लेने तथा वहां की सफाई करने का प्रस्ताव शामिल है।
यह भी सुझाया गया है कि सार्वजनिक एवं पर्यटन स्थलों, बाजारों, प्रतिमाओं, अस्पतालों और बस स्टेशनों की सफाई के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया जाए तथा मंत्रियों से ‘स्वच्छ भारत’ में योगदान देने के लिए जनता को उद्वेलित करने की अपील की गई है।
पेय जल एवं स्वच्छता सचिव परमेश्वर अय्यर ने कैबिनेट में फेरबदल के बाद हुई मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
सूत्रों के अनुसार प्रस्तुति के बाद प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से स्वच्छता पखवाड़े को सफल बनाने को कहा। उन्होंने मंत्रियों से सिर्फ शोर करने की बजाय सही अर्थों में स्वच्छ भारत के लिए कोशिशें करने को कहा। अभियान के तहत मंत्रियों तथा सरकार के शीर्ष अधिकारियों से श्रमदान करने को कहा गया।
सूत्रों के अनुसार स्वच्छता ही सेवा किसी भी योजना को लेकर अब तक का सबसे बड़ा अभियान हो सकता है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कानपुर के किसी गांव से इसकी शुरुआत कर सकते हैं। (भाषा)