नई दिल्ली। सरकार ने प्रधानमंत्री जनधन योजना को दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन योजना बताते हुए इसको आगे जारी रखने तथा इसका प्रति परिवार की बजाय प्रति वयस्क व्यक्ति तक विस्तार करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही जनधन खाते में मिलने वाली ओवर ड्राफ्ट (ओडी) और बीमा राशि को दोगुना कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार देर शाम हुई मंत्रिमंडल की बैठक में ये निर्णय लिए गए। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि प्रारंभ में इस योजना को चार वर्षों में शुरू किया गया था जो इस वर्ष 14 अगस्त को समाप्त हो गया। अब यह योजना अगले फैसले तक जारी रहेगी और इसे कब समाप्त करना है, का निर्णय बाद में लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जनधन योजना का उद्देश्य पहले एक परिवार एक खाता था लेकिन अब हर परिवार के सभी वयस्कों का जनधन खाता खोला जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान जनधन खातों पर ओडी की सीमा पांच हजार रुपए ही रहेगी लेकिन नए खातों के लिए यह सीमा 10 हजार रुपए करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही इसके तहत मिले रुपे कार्ड से जुड़ी दुर्घटना बीमा योजना के तहत मिलने वाली राशि की सीमा एक लाख रुपए से बढ़ाकर दो लाख रुपए कर दिया गया है जो 28 अगस्त 2018 के बाद खुलने वालों खाताधारकों के लिए होगा।
उन्होंने कहा कि दो हजार रुपए तक की ओडी के लिए कोई शर्त नहीं होगा और ओडी लेने वालों की आयु पहले 18 से 60 वर्ष थी जिसे बढ़ाकर अब 65 वर्ष कर दी गई है।
जेटली ने कहा कि विश्व बैंक ने इस योजना को दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन योजना बताया है क्योंकि पिछले चार वर्षों में भारत में इसके तहत 32.41 करोड़ खाते खुले हैं जबकि पूरी दुनिया में यह 51.50 करोड़ है।
उन्होंने कहा कि इनमें से 53 प्रतिशत खाते ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के हैं और 59 प्रतिशत बैंक खाते ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्रों में खोले गए हैं। अभी तक 83 प्रतिशत बैंक खातों को आधार से जोड़ा जा चुका है और 24.4 करोड़ लोगों के पास रुपे कार्ड है।
उन्होंने कहा कि 7.5 करोड़ बैंक खातों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से सब्सिडी का भुगतान किया जा रहा है। इन खातों में मिलने वाली 5000 रुपए की ओवर ड्राफ्ट की सुविधा का 30 लाख लोगों ने उपयोग किया है। 31 जनवरी 2015 से पहले के खातों में 30 हजार रुपए के बीमा की सुविधा से 4981 परिवारों को लाभ मिला है।
एक रुपया महीना की जीवन बीमा योजना को 13.98 करोड़ लोगों ने अपनाया है और उसमें 19 हजार 436 दावों का निस्तारण किया गया है। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का लाभ 5.47 करोड़ लोग उठा रहे हैं। इसके एक लाख 10 हजार दावों पर भुगतान किया गया है। इन दोनों योजनाओं में 2600 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।
अटल पेंशन योजना में 1.11 लाख लोग जुड़े हैं और यह योजना अगस्त 2018 में समाप्त हो रही थी लेकिन अब इसे आगे भी जारी रखने का फैसला किया गया है। (वार्ता)