कोलकाता। 30 मई को राष्ट्रपति भवन में नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को भी न्योता भेजा गया है। इस न्योते को ममता ने स्वीकार कर लिया है।
ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय में कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होना सम्मान की बात है और वे 30 मई को नरेन्द्र मोदी के शपथ समारोह में मौजूद रहेंगी। लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के गढ़ पश्चिम बंगाल में इस बार सेंध लगाते हुए भाजपा ने 18 सीटें जीती थीं।
लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी पर अपने तीखे बयानों के कारण ममता बनर्जी सुर्खियों में रही थीं, लेकिन जैसे ही परिणाम आए, वे बैकफुट पर आ गईं। 30 मई को मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन शामिल होगा, इसकी चर्चा पूरे देशभर में है। ऐसे में यह भी चर्चा थी कि क्या ममता बनर्जी समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली जाएंगी?
वैसे मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए देश-विदेश के मेहमानों को न्योता भेजा जा चुका है। समारोह के लिए बनी सूची में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी हैं, जिन्हें मंगलवार को इस कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा गया है।
उल्लेखनीय है कि ममता ने ऐसे वक्त दिल्ली जाने का फैसला किया है, जब उनके राज्य में जमकर राजनीतिक उलथ-पुथल चल रही है। तृणमूल कांग्रेस के 2 और सीपीएम के 1 विधायक ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। यही नहीं, 50 पार्षदों ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है।
किसी समय तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाने वाले मुकुल रॉय जो कि अब भाजपा के साथ हैं, उनके बेटे और विधायक सुभ्रांशु रॉय भी भाजपा की गोदी में बैठ गए हैं। रॉय बीजपुर से विधायक हैं। वहीं विष्णुपुर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक तुषार कांति भट्टाचार्य और हेमताबाद से सीपीएम के विधायक देवेंद्र रॉय ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।