मोहाली। पंजाब के मोहाली में पंजाब पुलिस की खुफिया इकाई के मुख्यालय पर हुए हमले की जांच में विस्फोट के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने का खुलासा हुआ है।
पुलिस ने कहा है कि हमले में पाकिस्तान में बने रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड या आरपीजी का प्रयोग किया गया था। मोहाली पुलिस ने विस्फोट के संबंध में कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की है।
इंडिया टुडे टीवी के अनुसार हमले में इस्तेमाल किया गया लॉन्चर पुलिस ने बरामद कर लिया है और सभी सुरागों का बारीकी से पता लगाया जा रहा है।
सोमवार रात मोहाली में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस विंग मुख्यालय पर एक रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड, या आरपीजी को दागा गया, जिससे एक विस्फोट हुआ जिससे खिड़कियां टूट गईं और फॉल्स सीलिंग का एक हिस्सा प्रभाव में गिर गया।
हालांकि इस घटना में किसी के घायल या हताहत होने की सूचना नहीं थी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य में माहौल खराब करने वालों को कड़ी से कड़ीसजा दी जाएगी।
इस घटना को एक बड़ी खुफिया विफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इस इमारत में राज्य की काउंटर इंटेलिजेंस विंग, विशेष कार्य बल और कुछ अन्य इकाइयों के कार्यालय हैं। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। राजनीतिक दलों ने इसे परेशान करने वाली और चौंकाने वाली घटना करार दिया है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में हरियाणा के करनाल में पाकिस्तान से संबद्ध चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था और पंजाब के तरन तारन जिले से 1.50 किलोग्राम आरडीएक्स (विस्फोटक) से भरा एक आईईडी बरामद हुआ था। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले, 24 अप्रैल को चंडीगढ़ की बुरैल जेल के पास एक विस्फोटक उपकरण भी बरामद हुआ था।