यूरोपीय देशों से फैला मंकीपॉक्स अब दुनिया के 31 देशों में फैल चुका है। डब्ल्यूएचओ चीफ टैड्रोस ऐडरेनॉम गैबरेयेसस ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब तक दुनिया के 30 से ज्यादा देशों से मंकीपॉक्स के लगभग 1300 मामले सामने आए हैं। हालांकि, अभी तक इस बीमारी के चलते किसी भी की भी मृत्यु नहीं हुई है। लेकिन, इतने कम समय में दुनिया के एक चौथाई भाग में इसका फेल जाना चिंता का विषय है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ विभाग के लिए अलर्ट जारी करते हए लोगों से लक्षण होने पर जांच करवाने की अपील की है।
कुछ हफ्तों पहले शीर्ष स्वास्थ विशेषज्ञों ने कहा था कि मंकीपॉक्स केवल एक क्षेत्र विशेष में फैलने वाली बीमारी है, जिससे संक्रमित मरीजों को ज्यादा खतरा नहीं होता। लेकिन सेंटर ऑफ डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की हाल ही में जारी गई रिपोर्ट ने चिंता बढ़ा दी है।
रिपोर्ट के अनुसार अब तक 31 देशों में मंकीपॉक्स के 1356 केसेस आ चुके हैं। इसका सबसे ज्यादा प्रकोप यूरोपीय देशों में फैला है। कुल में से 90 प्रतिशत मामले कनाडा, यूके, स्पेन, पुर्तगाल, जर्मनी और फ्रांस से सामने आएं हैं।
भारत समेत एशिआई देशों में अभी तक मंकीपॉक्स का एक भी केस नहीं आया है। लेकिन, फिर भी विश्व स्वास्थ संगठन ने सभी देशों से मंकीपॉक्स के लक्षण पाए जाने पर जांच और संक्रमितों की कांटेक्ट ट्रेसिंग करने की अपील की है।
गुरूवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य के स्वास्थ विभाग को विदेश यात्रा से आए लोगों पर नजर रखने को कहा है। उन्होंने ये भी कहा है कि राज्य के प्रत्येक सरकारी अस्पताल में 10 बेड का एक अलग वार्ड तैयार किया जाए, जिससे मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्तियों का तत्काल इलाज किया जा सके।
इसके अलावा योगी ने स्वास्थ एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि वे आम लोगों को मंकीपॉक्स के लक्षणों और उपचारों के विषय में भारत सरकार की गाइडलाइंस के आधार पर जानकारी दें। राज्य की जनता से योगी ने अपील की है कि मंकीपॉक्स के लक्षण पाए जाने पर तुरंत जांच करवाएं।