नई दिल्ली। गुजरात के मोरबी पुल हादसे (Morbi Bridge Collapse) को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा एवं गुजरात सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मोरबी में जो 130 लोगों से ज्यादा की मौत हुई है, यह हादसा नहीं हत्या है। इस दुर्घटना में अब तक 135 लोगों की मौत हुई है।
मनीष सिसोदिया ने इस मामले में भाजपा से 5 सवाल भी पूछे हैं। सिसोदिया ने भाजपा से पूछा कि मोरबी में जो पुल टूटा उसके पुनर्निर्माण का ठेका एक घड़ी बनाने वाली कंपनी को क्यों दिया दिया गया, जबकि उस कंपनी का इस तरह के काम का कोई अनुभव नहीं था?
गुजरात सरकार और भाजपा इस बात का जवाब दे पुल के पुनर्निर्माण का काम बिना टेंडर के क्यों दिया गया, वह भी एक गैर अनुभवी कंपनी को। इसके साथ पुल के पुनर्निर्माण का जो काम 8 महीने में पूरा होना था, उसे 5 माह में पूरा कर पुल खोलने में जल्दबाजी क्यों की गई?
भाजपा बताए कि घड़ी बनाने वाली कंपनी ओरेवा से भाजपा ने कितना चंदा लिया है। उसके मालिकों से कितना चंदा लिया। भाजपा के किन नेताओं से ओरेवा कंपनी के मालिकों के करीबी संबंध हैं?
पांचवां सवाल करते हुए मनीष सिसोदिया ने पूछा कि एफआईआर में कंपनी के मालिक का नाम क्यों नहीं है? उल्लेखनीय है कि इस मामले में कंपनी में काम करने वाले 9 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
केजरीवाल ने भी साधा निशाना : दूसरी ओर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी इस मामले में भाजपा पर निशाना साधा है। मोरबी हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए दिल्ली के सीएम ने कहा कि मोरबी हादसा बड़े भ्रष्टाचार का नतीजा है। कंपनी ने भाजपा को चंदा दिया था। उन्होंने कहा कि घड़ी बनाने वाली कंपनी को पुल पुनर्निर्माण का ठेका दिया दिया गया। साथ हादसे के बाद अब कंपनी के मालिक को बचाया जा रहा है।