नई दिल्ली। नीति आयोग के ग्लोबल मोबिलिटी हैकाथन 'मूवहैक' 2018 में दुनियाभर के लोगों ने जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई है और अब तक 20 से अधिक देशों से 7,500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।
सोमवार को जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार 1 अगस्त को शुरू इस हैकाथन के लिए 2 करोड़ रुपए से अधिक की पुरस्कार राशि रखी गई है। हैकाथन में 10 विषयों के लिए 7,500 से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। मूवहैक का उद्देश्य मोबिलिटी और परिवहन से जुड़ी समस्याओं का उन्नतिशील, मोबिलिटी और बेहतर समाधान निकालना है। हैकाथन के लिए द्विस्तरीय दृष्टिकोण अपनाया गया है।
यह हैकाथन व्यावसायिक कार्यान्यवन के जरिए स्मार्ट शहरों, राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों में समाधान के लिए विशिष्ट अवसर प्रदान करता है। समस्या से जुड़े विषयों में शहरों में मल्टीमॉडल कम्यूटर मोबिलिटी, माल का मल्टी मॉडल प्रबंधन और परिवहन, सड़क सुरक्षा, मोबिलिटी का भविष्य आदि शामिल हैं। हैकाथन की शुरुआत से ही इसे जबरदस्त स्वीकृति मिली है।
दुनियाभर के 7,500 से ज्यादा व्यक्तियों और 3 हजार से ज्यादा टीमों ने हैकाथन के 10 विषयों 'इसे महज कोड करें' और 'इसका महज समाधान निकालें' के लिए पंजीकरण कराया है। 'इसे महज कोड करें' के लिए, सड़क सुरक्षा, शहरों में मल्टी मॉडल कम्यूटर मोबिलिटी और भारतीय परिवहन बुनियादी ढांचे के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सबसे लोकप्रिय विषय है जबकि 'इसका महज समाधान निकालें' के लिए पुणे स्मार्टसिटी की मोबिलिटी चुनौतियां तथा इलेक्ट्रिक क्रांति के समाधान के लिए प्रौद्योगिकी में अधिकतम दिलचस्पी प्राप्त हुई है। (वार्ता)