MUDA scam News : कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) भूखंड आवंटन घोटाला मामले के संबंध में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर मुकदमा चलाने की राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा अनुमति दिए जाने के विरोध में 19 अगस्त को राज्यव्यापी प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। गहलोत ने एमयूडीए भूमि आवंटन घोटाले के संबंध में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने की शनिवार को मंजूरी दे दी थी।
आरोप है कि सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती को मैसूरु में प्रतिपूरक भूखंड आवंटित किया गया था, जिसका संपत्ति मूल्य उनकी उस भूमि की तुलना में अधिक था, जिसे एमयूडीए ने अधिगृहीत किया था। हालांकि मुख्यमंत्री ने इन आरोपों को खारिज किया है।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने रविवार को कहा कि राज्यभर के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध रैलियां आयोजित की जाएंगी। सभी पार्टी नेता और कार्यकर्ता इसमें भाग लेंगे।
सदाशिवनगर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्यपाल बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं, यह लोकतंत्र की हत्या है और कांग्रेस इसका विरोध करेगी।
शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेताओं को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि असामाजिक तत्व रैलियों में घुसपैठ न करें और परेशानी पैदा न करें। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमने आज उन्हें घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी है।
राज्यपाल के फैसले के खिलाफ देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी इस पर फैसला करेगी। उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से तालुक और जिला स्तर के कार्यालयों तक एक किलोमीटर लंबा मार्च निकालने और राज्यपाल के इस कदम के खिलाफ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन सौंपने का आह्वान किया।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आप सभी जानते हैं कि भाजपा और जद (एस) मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ बड़ी साजिश रच रहे हैं। इसके खिलाफ लड़ना हमारा कर्तव्य है। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस उस साजिश के खिलाफ लड़ेगी, जिसका उद्देश्य सिद्धारमैया को खत्म करना है।
उन्होंने कहा कि हमें राज्यपाल के कार्यालय के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ने की जरूरत है, जिसने मुख्यमंत्री पर मुकदमा चलाने की अनुमति दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से बड़ी संख्या में विरोध-प्रदर्शन में भाग लेने का आह्वान किया। इनपुट भाषा