नई दिल्ली। देश के एक प्रमुख रेलवे स्टेशन मुगलसराय का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर रखे जाने के सरकार के फैसले का शुक्रवार को सपा सदस्यों ने राज्यसभा में विरोध किया। इससे सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए बाधित हुई और बैठक को एक बार 10 मिनट के लिए स्थगित किया गया।
शून्यकाल में सपा के नरेश अग्रवाल ने नियम 267 के तहत यह मुद्दा उठाया और सरकार पर हमला बोलते हुए स्टेशन का नाम बदले जाने का विरोध किया।
उपसभापति पी जे कुरियन ने उनके नोटिस को नामंजूर कर दिया और कहा कि इस विषय को लोक महत्व के विषय के तहत उठाया जा सकता है।
इस बीच सपा के कई सदस्य सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए आसन के समीप आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के बीच ही सपा सदस्यों ने दावा किया कि देश में किसी रेलवे स्टेशन का नाम किसी व्यक्ति के नाम पर नहीं रखा गया है।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इसके पहले मुंबई विक्टोरिया टर्मिनस रेलवे स्टेशन का नाम छत्रपति शिवाजी के नाम पर रखा गया है। उन्होंने सपा सदस्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सोच गलत है। वे मुगलों के नाम पर स्टेशन का नाम चाहते हैं लेकिन एक विचारक का नाम उन्हें पसंद नहीं है।
सदन में सपा सदस्यों के हंगामे को देखते हुए कुरियन ने 11 बजकर 28 मिनट पर बैठक 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
एक बार के स्थगन के बाद बैठक शुरू होने पर सदन में प्रश्नकाल सुचारू रूप से चला और कई सदस्यों ने लोक महत्व के अलग अलग मुद्दे उठाए। (भाषा)