मैनपुरी। समाजवादी पार्टी (सपा) सरंक्षक मुलायमसिंह यादव की अपने बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रति तल्खी आज उस समय साफ नजर आई जब उन्होंने कहा कि जो बेटा बाप का नहीं हुआ वह औरों का क्या होगा।
पैक्सफेड के अध्यक्ष तोताराम यादव के होटल के उद्घाटन समारोह के मौके पर लोगों को सम्बोधित करते हुए सपा संरक्षक ने कहा कि जो अपने बाप का नहीं हो सकता वह किसी का नहीं हो सकता है क्या। इस दौरान, पार्टी की हार का दर्द यादव के चेहरे पर साफ दिखाई पड़ा।
यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कन्नौज की जनसभा में कहा था कि जो बेटा बाप का नहीं हुआ वह किसी और का क्या होगा।" इसका जनता पर असर हुआ और हम चुनाव हार गए। उन्होंने कहा कि कोई बाप अपने बेटे को मुख्यमंत्री नहीं बनाता, मगर मैंने अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाया। इसके बाद भी मुझे बड़ा अपमान सहना पड़ा। उन्होंने कहा कि मेरी जिंदगी में यह मेरा सबसे बड़ा अपमान था।
सपा संरक्षक ने कहा कि अखिलेश के पास बुद्धि है पर वोट नहीं। अखिलेश ने कांग्रेस से गठबंधन किया, जिसने मुझ पर तीन बार जानलेवा हमला करवाया। मैं अब अखिलेश के भरोसे नहीं जनता के भरोसे पर रहूंगा। उन्होंने कहा कि जितना मेरा अपमान अब हुआ, पहले कभी नहीं हुआ। अपनों ने ऐसा किया इसलिए किससे कहता। दो लोगों ने मेरा अपमान किया। वो कौन हैं ये सब जानते हैं। मैं जनता की भावनाओं को ध्यान में रख फैसला करूंगा।
पूरे भाषण में यादव ने चार बार अपमान की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि शिवपाल अच्छा काम कर रहे थे। बावजूद उसके अखिलेश ने उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया। नरेंद्र मोदी और अन्य नेता बराबर कह रहे हैं, "जो अपने बाप का नहीं हुआ वो किसी का नहीं हो सकता।" यह कहने का मौका मेरे अपनों ने ही दिया। यादव ने कहा कि जिस चाचा ने अखिलेश को जीवन की सही राह दिखाई मंत्री पद से हटाकर अपमानित कर दिया। (वार्ता)