Mumbai Pollution news : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने धूल और वायु प्रदूषण नियंत्रित करने को लेकर उठाए गए कदमों की समीक्षा करने के लिए मंगलवार को सुबह मुंबई के कुछ हिस्सों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि शहर के स्थानीय निकाय को निर्देश दिया गया है कि जरूरत पड़ने पर कृत्रिम बारिश कराई जाए।
शिंदे ने बताया कि स्थानीय निकाय ने पहले ही दुबई स्थित एक कंपनी से संपर्क किया है। इस कंपनी के पास कृत्रिम बारिश कराने का अच्छा अनुभव है और इसके साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मुंबई में प्रदूषण कम करने के लिए सरकार और नगर निगम जो कुछ भी कर सकते हैं, वह करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर नगर निगम को कृत्रिम बारिश करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री सुबह-सुबह निरीक्षण के दौरान उपनगरीय बांद्रा के जॉगर्स पार्क में संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे।
कृत्रिम बारिश की तकनीक का उद्देश्य बारिश की संभावना को बढ़ाना है।
शिंदे ने पेडर रोड, बांद्रा, कलानगर, मिलान सबवे, जुहू और सांताक्रूज के कुछ क्षेत्रों में धूल नियंत्रण उपायों के तहत विभिन्न सड़क तथा फुटपाथ की सफाई और धुलाई कार्यों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने नगर निगम आयुक्त को एक हजार टैंकर किराए पर लेने और तय अंतराल में शहर की सड़कों को धोने का निर्देश दिया है। अगर मुंबई की सभी सड़कों को एक एक दिन के अंतर में धोया जाए, तो धूल काफी कम हो जाएगी और वायु प्रदूषण भी कम हो जाएगा।
बृहन्मुंबई महानगर पालिक (बीएमसी) ने सोमवार को कहा कि वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के प्रयासों के तहत धूल को नियंत्रित करने के लिए महानगर के 24 वार्डों में 584 किलोमीटर सड़कों को 121 टैंकरों और अन्य मशीनों का उपयोग करके नियमित रूप से धोया और साफ किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने सड़कों के किनारे धूल हटाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली उन्नत मशीनों के साथ-साथ ‘फॉगर मशीनों’ का भी निरीक्षण किया और निकायकर्मियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल और अतिरिक्त नगर आयुक्त डॉ. सुधाकर शिंदे अन्य वरिष्ठ नागरिक अधिकारियों के साथ सुबह इस समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री के साथ थे। (भाषा)