Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

'आफत की बारिश' के बाद तबाही का मंजर (फोटो)

हमें फॉलो करें 'आफत की बारिश' के बाद तबाही का मंजर (फोटो)
, बुधवार, 30 अगस्त 2017 (22:49 IST)
(सभी फोटो : गिरीश श्रीवास्तव)
मुंबई। बारह बरस बाद मंगलवार को आसमान से फिर बरसी बेहिसाब आफत से लड़खड़ाई देश की वाणिज्यिक राजधानी आज अपने पैरों पर फिर खड़ी होने लगी और कुछ इलाकों में उपनगरीय रेल सेवा आंशिक रूप से बहाल होने से कल सुबह अपने घरों से निकले लोग आज वापस लौटने लगे। आफत की इस बारिश के बाद मुंबई में जगह जगह तबाही का मंजर देखा जा सकता है। अब तक बारिश से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। कई लोग अभी भी लापता हैं।
webdunia
भारतीय मौसम विभाग की सांताक्रूज स्थित वेधशाला के अनुसार कल 331.4 मिलीमीटर बारिश हुई, जो 26 जुलाई 2005 को हुई प्रलंयकारी बारिश के बाद सबसे ज्यादा है। उस समय 944 मिलीमीटर बारिश हुई थी, जिसमें 500 लोगों की जान चली गई थी और कुदरत की मार ने मायानगरी को हिलाकर रख दिया था। तेज रफ्तार शहर भले ही सामान्य होता दिख रहा है, लेकिन कल की मूसलाधार बारिश के निशान अभी बाकी हैं।
webdunia
पश्चिम रेलवे पर उपनगरीय रेल सेवाएं आधी रात के समय बहाल होने से उस तरफ के लोग अपने घरों की तरफ लौटने लगे। इसके बाद मध्य रेलवे पर भी उपनगरीय रेल सेवाओं के फिर से पटरी पर लौट आने से मुश्किल में फंसे कुछ और लोगों ने राहत की सांस ली।

webdunia
हालांकि इस दौरान मुंबई के स्थानीय निकाय की परिवहन प्रणाली बेस्ट ने रेल सेवाओं के बाधित रहने से बेहाल लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए और 100 से अधिक बसें चलाईं। बृह्नमुंबई इलेक्ट्रिसिटी एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) के एक अधिकारी ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर फंसे लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण और व्यस्त मार्गों पर कल से 109 अतिरिक्त बसें चलाई जा रही हैं।

webdunia
आमतौर पर बेदर्द और बेपरवाह शहर माने जाने वाले मुंबई के लोगों ने आफत की घड़ी में एक दूसरे की जमकर सहायता की और बहुत से लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए विभिन्न इलाकों में फंसे लोगों को अपने घरों में आकर रहने की पेशकश की। इस दौरान आम लोगों के अलावा महाराष्ट्र के संसदीय मामलों के मंत्री गिरीश बापट ने दक्षिण मुंबई में फंसे लोगों से उनके सरकारी आवास में चले आने को कहा।

webdunia
फेसबुक के जरिए की गई अपनी अपील में भाजपा नेता ने कहा कि फोर्ट और मंत्रालय जैसे इलाकों में भारी बारिश के कारण फंसे लोग हालात सुधरने तक उनके मालाबार हिल स्थित आवास में शरण ले सकते हैं। वैसे मुंबई में बारिश का कोई भरोसा नहीं होता और शहर के लोग घर से निकलते वक्त छाता लेना नहीं भूलते, लेकिन बारिश का अभ्यस्त सपनों का यह शहर कल की झमाझम बारिश से सहम सा गया और हालत यह हो गई कि अधिकांश एयरलाइंस के कर्मचारी और यात्री हवाई अड्डे तक नहीं पहुंच पाए, जिसके कारण आज लगातार दूसरे दिन उड़ानों का परिचालन बाधित रहा।

निजी एयरलाइंस जेट एयरवेज ने 19 उड़ानें रद्द कीं और बहुत सी उड़ानों में विलंब हुआ हालांकि एयर इंडिया ने अपनी कोई उड़ान रद्द नहीं की, लेकिन उसकी कुछ उड़ानों में विलंब हुआ। बारिश की वजह से मुंबई के जगप्रसिद्ध डब्बावाला भी आज अपनी सेवाएं नहीं दे पाए। हर रोज दो लाख से अधिक लोगों को खाने का डब्बा पहुंचाने वाले करीब 5000 डब्बावाला कल जो डब्बे लेकर निकले थे उन्हें लेकर आज सुबह वापस लौट पाए। उपनगरीय रेल सेवा ठप्प होने के कारण अन्य तमाम लोगों के साथ डब्बेवाले भी रेलवे स्टेशनों और अन्य स्थानों पर फंसे रहे। उन्होंने कल से अपनी सेवाएं बहाल करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान कुछ दुखद घटनाएं भी हुईं, जिनमें 12 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। मुंबई में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि दहीसर, कांदिवली, मलाड और दादर इलाके में चार लोग उफनते पानी में बह गए। ठाणे जिले के निकटवर्ती पालघर जिले में तीन साल की एक बच्ची सहित कुल चार लोग अलग अलग घटनाओं में बह गए।

पुलिस ने बताया कि तीन साल की एक बच्ची का शव मिला है, जो अपने परिजन के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर कहीं जा रही थी, लेकिन वाघोबा खिंड में वाहन फिसल गया और बच्ची उफनते पानी में बह गई। पालघर कस्बे में एक युवक उफनते नाले में बह गया। इसी तरह विरार और वसई में दो व्यक्ति पानी में बह गए। इन लोगों के शव अभी नहीं मिले हैं। ठाणे में 35 वर्ष के एक अज्ञात व्यक्ति का शव जेल तलाव के निकट एक नाले से आज सुबह नौ बजे मिला।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

नए अवतार में दिखेंगे मारुति के शोरूम