नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने उत्तरप्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले में हुई रेल दुर्घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं और कहा है कि किसी भी चूक की दशा में जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा और रेलवे बोर्ड में सदस्य (यातायात) मोहम्मद जमशेद घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। श्री प्रभु दुर्घटना के बाद राहत एवं बचाव कार्य की स्वयं निगरानी कर रहे हैं।
पुरी से हरिद्वार जा रही 18477 डाउन कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के आठ कोच मुज़फ्फरनगर जिले में खतौली स्टेशन के यार्ड से निकलते वक्त पांच बजकर 46 मिनट पर पटरी से उतर गए जिसमें 50 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है। दुर्घटना में कुछ यात्रियों की मृत्यु भी हुई है लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
प्रभु ने दुर्घटना की सूचना मिलते ही रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के साथ आपात बैठक में स्थिति की समीक्षा की। रेल मंत्री दुर्घटना पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि मनोज सिन्हा और मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। सिन्हा एवं सदस्य यातायात मोहम्मद जमशेद के साथ घटनास्थल को जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्य सरकार के अधिकारियों और जिला प्रशासन के संपर्क में हूं। मैंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं तथा किसी भी चूक की दशा में जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रेल मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के दो मंत्रियों को राहत एवं बचाव कार्य में मदद के लिए खतौली जाने के निर्देश दिए हैं। प्रभु ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने तथा राहत और बचाव कार्य तत्परता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। घटनास्थल की ओर पांच मेडिकल वैन भेजीं गयीं हैं।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सदस्य यातायात राहत और बचाव कार्यों का प्रबंधन करने का निर्देश दिया गया है। महाप्रबंधक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को यात्रियों को यथासंभव मदद करने को कहा गया है। रेलवे बोर्ड के सदस्य इंजीनियरिंग एवं स्वास्थ्य महानिदेशक को भी घटनास्थल पर जाने को कहा गया है। सिन्हा ने भी कहा कि वह रेलवे बोर्ड के सदस्य यातायात के साथ वह घटनास्थल को रवाना गए हैं। (वार्ता)