नई दिल्ली। सरकारी महकमों में किस हद तक लापरवाही होती है, इसका ताजा नमूना है एक परीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से जारी हुआ प्रवेश-पत्र। यह ऑनलाइन प्रवेश-पत्र सीआरपीएफ में हवलदार पद की परीक्षा के लिए जारी हुआ है। इस सनसनीखेज मामले के सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने मामला दर्ज कर लिया है।
लोदी कॉलोनी में स्थित सीआरपीएफ कार्यालय से दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच को मिली शिकायत के आधार पर क्राइम ब्रांच ने 66 सी और 66 डी आईटी एक्ट के तहत शिकायत दर्ज की है। बताया जा रह है कि दिल्ली पुलिस की साइबल टीम इस पूरे मामले की गुपचुप जांच कर रही है। हालांकि मामला प्रधानमंत्री से जुड़ा होने के कारण अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
सीआरपीएफ ने इस पूरे मामले की विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं साइबर सेल की टीम विशेषज्ञों की मदद से आईपी एड्रेस और लोकेशन का पता करने की कोशिश कर रही है। यह भी तय माना जा रहा है कि किसी कर्मचारी या अधिकारी की गलती सामने आने के बाद इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी।
क्या है प्रवेश-पत्र पर : सीआरपीएफ परीक्षा के लिए जारी इस कार्ड में नरेन्द्र मोदी का फोटो लगा हुआ है साथ ही इस पर उनका नाम भी लिखा हुआ है। इसमें परीक्षार्थी की उम्र के स्थान पर 18 अक्टूबर 1992 लिखा हुआ है, जबकि परीक्षा की तिथि 15 जुलाई 2015 छपी हुई है। यह पूरा मामला चौंकाने वाला है। हालांकि यह तो जांच में ही खुलासा हो पाएगा कि यह गलती जानबूझकर की गई है या फिर इसके पीछे कोई खास मकसद था।