नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर सोमवार को कहा कि विपक्ष जब सत्ता में था तो सत्ता को उपभोग का साधन समझता था जबकि भाजपा जनभागीदारी से विकास योजनाओं को कार्यान्वित करना चाहती है और लोकतंत्र को चुनाव के आगे ले जाना चाहती है।
मोदी ने भाजपा की विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के समापन अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि विपक्ष सत्ता को उपभोग का साधन मानता है। इसीलिए उसे विपक्ष में कैसे रहना है, यह समझ में नहीं आ रहा है। कई बार गुस्से में वह बेहद कटु शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। स्पष्ट आरोप नहीं हो तो कड़वाहट के शब्द उसका विकल्प नहीं हो सकते।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी के भाषण की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार भ्रष्टाचार एवं आतंकवाद का खात्मा तथा विकास योजनाओं का क्रियान्वयन जनभागीदारी से करना चाहती है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और जो कोई भी पकड़ा जाएगा, वह बचेगा नहीं।
मोदी ने कहा कि लोगों का भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ा है और वे उसे आशा एवं आकांक्षा का केन्द्र मानते हैं। जनता भविष्य के लिए हमारी ओर देख रही है। कोई भी राजनीतिक दल उनका सक्रिय नहीं है जितनी भाजपा। (वार्ता)