द्वारका। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि गुजरात में देवभूमि द्वारका जिले के मोजब के निकट देश का पहला राष्ट्रीय मरीन पुलिस प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जाएगा।
मोदी ने शनिवार को यहां ओखा और अरब सागर के द्वीप बेट द्वारका को जोड़ने के लिए समुद्र पर 900 करोड़ से अधिक की लागत से बनने वाले करीब पौने चार किलोमीटर लंबे पुल और गडू पोरबंदर द्वारका हाई वे को चार लेन बनाने के काम के शिलान्यास के मौके पर आयोजित समारोह में यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि समुद्री सुरक्षा से जुड़ी मरीन पुलिस की चुनौतियां सामान्य पुलिस से अलग होती हैं और यह संस्थान देशभर में के मरीन पुलिस को प्रशिक्षण देगा और संबंधित शोध भी करेगा। इसकी स्थापना होने से द्वारका को भी लाभ होगा।
इससे पहले उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारका का इस तरह विकास करना चाहती है कि पर्यटक यहां समय बिताए जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ हो। उन्होंने विशेषज्ञों से समुद्र के भीतर मौजूद पुरानी और असली द्वारका नगरी जहां भगवान कृष्ण रहे थे को पर्यटकों को दिखाने वाली व्यवस्था विकसित करने के बारे काम सौंपा है। ऐसा होने पर यहां पूरे देश के पर्यटकों का तांता लग जाएगा। उनकी सरकार सड़क आदि का ऐसे विकास कर रही है कि इसका अर्थतंत्र से सीधा जुड़ाव हो।
उन्होंने कहा कि द्वारका में लोग आते तो भगवान द्वारकाधीश की कृपा से हैं पर केवल उनके शीश झुकाकर चले भर जाने से यहां अर्थतंत्र को फायदा नहीं होगा। हमे ऐसी व्यवस्था बनानी होगी कि उनका मन यहां समय बिताने को करे। ऐसे में वह पैसे खर्च करेंगे जिसका स्थानीय लोगों को फायदा होगा।
मोदी ने पूर्व में कांग्रेस की सरकारों पर व्यंग्य भी किया। उन्होंने कहा कि अब विकास की परिभाषा बदल गई है पर पूर्व में कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी केवल एक पानी की टंकी के उद्घाटन के लिए जामनगर आए थे और उनकी तस्वीर और यह खबर अखबारों के पहले पन्ने पर छपी थी।
मोदी ने कहा, यह विकास के बारे में उनकी सीमित सोच को दर्शाता है। पूर्व में केंद्र सरकारों ने गुजरात के तटीय विकास को भी प्राथमिकता नहीं दी जबकि सबसे लंबे 1600 किमी के तट वाले इस राज्य में नीली क्रांति में देश की अगुवाई करने का माद्दा है। (वार्ता)