बिहार में जेडीयू ने भले ही भाजपा के गठबंधन से सरकार बना ली हो, लेकिन नीतीश कुमार समय-समय पर मुद्दों को लकेर भाजपा से अपनी नाराजगी जाहिर करते रहे हैं। अब जेडीयू लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा पर 25 सीटों को लेकर दबाव बना रही है। रविवार को पटना में नीतीश कुमार के घर पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक हुई थी। इसी में यह बात निकलकर सामने आई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बिहार के लिए खास पैकेज का ऐलान तो किया लेकिन विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया।
भाजपा से बड़ी पार्टी जेडीयू
जेडीयू ने साफ कर दिया है कि बिहार में वह बड़ी पार्टी है और भाजपा छोटी पार्टी, इसलिए अगले वर्ष होने वाले चुनाव में भी जेडीयू ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और भाजपा कम सीटों पर। सीट बंटवारे के मामले पर जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर जेडीयू में कहीं भी भ्रम की स्थिति नहीं है, हम 25 सीटों पर चुनाव लड़ते रहे हैं और भाजपा 15 पर, अब कई अन्य पार्टियां भी हमारे साथ हैं तो सभी बड़े नेता मिलकर सीटों के बंटवारे पर फैसला करेंगे, बिहार में एनडीए गठबंधन का चेहरा नीतीश कुमार होंगे।
अमित शाह ने की पासवान से मुलाकात
दिल्ली में अमित शाह ने भी बिहार की सियासत के एक और बड़े चेहरे रामविलास पासवान से मुलाकात की है. माना जा रहा है कि भाजपा बिहार में दलितों के मुद्दे पर अपनी मोर्चेबंदी को पुख्ता करने की कोशिश में है।
तेजस्वी ने कसा तंज, क्या नीतीश, मोदी से बड़े नेता
नीतीश और भाजपा के बीच खींचतान पर लालू की पार्टी आरजेडी तंज कस रही है। लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके कहा है, सुशील मोदी बताएं क्या नीतीशजी बिहार में नरेंद्र मोदी से बड़े और ज्यादा प्रभावशाली नेता हैं? नीतीश जी के प्रवक्ता सुशील मोदी क्या अब भी जेडीयू के हाथों अपने सबसे बड़े नेता को बेइज्जत कराते रहेंगे? नीतीश जी ने कहा था कि उन्होंने सुशील मोदी के कहने से भोज से मोदी जी की थाली खींची थी।