कोपेनहेगन। डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन के बेल्ला सेंटर में भारतीयों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि यदि मैड इन इंडिया वैक्सीन नहीं होती तो पता नहीं कोरोना काल में दुनिया का क्या होता। उन्होंने कहा कि हम यह सपना लेकर काम करते हैं कि दुनिया को संकट के समय मदद करें।
मोदी ने कहा कि भारत की ताकत बढ़ती है तो दुनिया की ताकत बढ़ती है। भारत का विकास दुनिया को नया विश्वास देता है। हम सिर्फ अपनी ही नहीं दुनिया की भलाई चाहने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया को भुखमरी से मचा रहा है। हम पौधों में भी परमात्मा को देखते हैं। हम नदी को भी मां मानते हैं।
मोदी ने कहा कि पृथ्वी को बर्बाद करने में भारत की कोई भूमिका नहीं है। हम आज बहुत सस्ती सौर ऊर्जा तैयार कर रहे हैं। दुनिया को बचाने के लिए हमने संकल्प लिया है। हर हिन्दुस्तानी पर्यावरण को ठीक करने में लगा है। 2070 तक हमने जीरो कार्बन उत्सर्जन का संकल्प लिया है।
भारतीयों की तारीफ : भारतीय लोगों की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया के नेता उनके देशों में रह रहे भारतीयों की तारीफ करते हैं। तारीफ के हकदार मैं नहीं बल्कि आप हैं। भारतीयता सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र में में विश्वास करती है।
मोदी ने कहा कि हमारी भाषा कोई भी हो, लेकिन हमारे संस्कार भारतीय हैं। हम राष्ट्र के लिए एकजुट होकर साथ खड़े होते हैं। दरअसल, हम वसुधैव कुटुंबकम की भावना से काम करते हैं। 21वीं सदी का भारत विजन साथ आगे बढ़ रहा है।
और क्या कहा मोदी ने...
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हर भारतीय अपने 5 विदेशी मित्रों को भारत देखने के लिए भेजे।
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आप सब राष्ट्रदूत है। यह काम आप सबको करना है।
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दुनिया का एक ही डेस्टीनेशन होगा, चलो इंडिया।
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पहले हजारों किलोमीटर पैदल चलकर लोग भारत देखने आते थे।
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भारत के साथ स्किल स्पीड के साथ शेयर और केयर भी है।
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भारत और डेनमार्क की साझेदारी बहुत अहम है।
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हर मुल्क में ईमानदारी के साथ काम करता है भारतीय।
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विविधता ही भारतीय समुदाय की शक्ति।
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भारत में भाषाएं अनेक हैं, लेकिन भाव एक है।
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राष्ट्र की रक्षा के लिए सभी भारतीय एक साथ खड़े होते हैं।