नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी की शल्य वाली टिप्पणी से नाराज भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने पलटवार करते हुए कहा कि वे शल्य नहीं भीष्म हैं।
उल्लेखनीय है कि सिन्हा आए दिन केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाते रहते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि मोदी ने जिन आलोचकों पर निशाना साधा था, उनमें यशवंत सिन्हा भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि मोदी ने कहा था कि कुछ लोग महाभारत के शल्य की तरह अर्थव्यवस्था को लेकर निराशा का माहौल पैदा कर रहे हैं।
एक टीवी चैनल से चर्चा करते हुए पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में महाभारत के शल्य का जिक्र किया था, मगर मैं भीष्म हूं और किसी भी कीमत पर अर्थव्यवस्था का चीरहरण नहीं होने दूंगा।
हालांकि सिन्हा ने सरकार को नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में लोग पूछेंगे कि वादों का क्या हुआ, तो लोग पूछेंगे कि वादों का क्या हुआ? डेढ़ साल का वक्त है, ऐसे में बहुत सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा।
रोजगार से जुड़े एक सवाल पर सिन्हा ने कहा कि बड़ी असफलता है। रोजगार बढ़ने के बजाय घटा है। भाजपा के 350 सीटों के लक्ष्य पर सिन्हा ने कहा कि मेरी शुभकामनाएं हैं, लेकिन मुश्किल आ सकती है।