छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बुरकापाल में दोपहर पुलिस और नक्सलियों के मध्य हुई मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 26 जवान शहीद हो गए, जबकि 7 जवान लापता हैं।
पुलिस ने मुठभेड़ में 4-5 नक्सलियों के मारे जाने का दावा किया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह आपात बैठक बुलाई है। केंद्रीय गृह सचिव ने भी आपात बैठक बुलाई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार चिंतागुफा थाने से संयुक्त पुलिस बल गश्त सर्चिंग के लिए रवाना हुआ था। ग्राम बुरकापाल के समीप जंगल में घात लगाए नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फौरन मोर्चा संभालते हुए गोलीबारी की।
लगभग एक घंटे की मुठभेड़ बाद अंतत: नक्सली घने जंगल और पहाड़ी की आड़ लेकर भाग गए। भागते हुए नक्सली कई जवानों के हथियार भी ले गए। हमले 7 जवानों के घायल होने के भी समाचार हैं। शहीद सुरक्षाकर्मी सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के थे। घायलों को हेलीकॉप्टर से रायपुर के लिए रवाना कर दिया गया है।
बस्तर पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) पी. सुंदरराज ने बताया कि मुठभेड़ में शहीद जवान सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के हैं। घायल जवानों को हेलीकॉप्टर से रायपुर ले जाया गया, जहां अस्पताल में भर्ती किया गया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर मौजूद परिस्थितिजन्य साक्ष्य, खून के धब्बे एवं घसीटे जाने के निशान से यह साबित होता है कि कम से कम 4-5 नक्सली मारे गए हैं और कई लहूलुहान हुए हैं, साथियों के शव नक्सली अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 11 मार्च को सुकमा जिले में ही नक्सली हमले में सीआरपीएफ की 219वीं बटालियन के 11 जवान शहीद हो गए थे। हमला सुकमा के भेज्जी के पास हुआ, यहां सड़क निर्माण की सुरक्षा में लगे जवानों को निशाना बनाते हुए नक्सलियों ने पहले आईईडी ब्लास्ट किया। इसके बाद एंबुश लगाकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।