नई दिल्ली। NEET और JEE की परीक्षा के आयोजन को लेकर भारत के शिक्षामंत्री (मानव संसाधन विकास मंत्री) रमेश पोखरियाल निशंक सोशल मीडिया पर घिर गए हैं। #ResignNishankPokhriyal ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा है। लोगों का मानना है कि सरकार को विद्यार्थियों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।
दरअसल, एक तरफ सरकार को लोगों को घर में रहने की सलाह दे रही है, वहीं एनटीए देशभर में NEET और JEE की परीक्षा लेने की तैयारी कर रही है। ट्विटरार्थियों का मानना है कि ये परीक्षाएं रद्द की जानी चाहिए क्योंकि इससे बच्चों के स्वास्थ्य यहां तक कि जीवन को लेकर खतरा उत्पन्न हो सकता है।
सुचेता नामक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया- जब देश के लाखों स्टूडेंट यह कह रहे हैं कि कोरोना महामारी से उनके
स्वास्थ्य को खतरा उत्पन्न हो सकता है तो फिर सरकार परीक्षा के लिए क्यों दबाव बना रही है? इसी तरह एक अन्य ने लिखा कि विद्यार्थी और उनके अभिभावक कह चुके हैं कि परीक्षाओं का आयोजन खतरनाक साबित हो सकता है। क्या सरकार उनके स्वास्थ्य की गारंटी लेगी? शेम ऑन एमएचआरडी!
रवि अजूगिया नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- कृपया विद्यार्थियों को हल्के में न लें, वे सब कुछ कर सकते हैं, यह हमारी वास्तविक चिंता है। कृपया NEET और JEE की परीक्षाओं को स्थगित कर दें।
फुरकान अंसारी लिखते हैं कि विद्यार्थियों के हित में फैसला लें, वे टेस्ट किट्स नहीं हैं। नचिकेत शिंदे नामक हैंडल से कटाक्ष किया गया ये एडमिट कार्ड परीक्षाओं के लिए हैं या फिर अस्पताल के लिए? एक विद्यार्थी ने तो विरोधस्वरूप कविता ही लिख डाली।
उल्लेखनीय है कि जेईई की परीक्षाएं 1 से 4 सितंबर तक आयोजित की जाएंगी, जबकि नीट की परीक्षाएं 13 सितंबर को होंगी। इन परीक्षाओं के लिए लाखों स्टूडेंट्स ने फॉर्म भरे हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर परीक्षार्थी एवं उनके अभिभावक चिंतित हैं।