दिल्ली में लाल किला के पास कार ब्लास्ट में दिल्ली पुलिस ने जांच में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस को घटनास्थल से 9 MM के कारतूस बरामद हुए हैं। इसमें 2 जिंदा और 1 खाली कारतूस है। बड़ी बात यह है कि ये कारतूस आम लोगों के प्रयोग के लिए बैन हैं।
माना जा रहा है कि ये कारतूस आतंकी डॉ. उमर के पास ही होंगे। 9 एमएम की पिस्टल आम लोग नहीं रख सकते। ये कारतूस आमतौर पर फोर्सेज या पुलिसकर्मी ही इस्तेमाल करते हैं। सूत्रों के मुताबिक, सबसे बड़ी बात ये है कि मौके से पुलिस को कोई पिस्तौल या उसका कोई पार्ट नहीं मिला है।
देश की राजधानी में 10 नवंबर को लाल किला के सामने ब्लास्ट हुआ था। इस ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे। ब्लास्ट एक कार के अंदर हुआ था, जिसकी चपेट में कई वाहन आ गए थे और मौके पर अफरा-तफरी मच गई थी। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।
अलफलाह में मौजूद थी ब्लास्ट में इस्तेमाल कार
लाल किले के बाहर हुए धमाके में इस्तेमाल कार 30 तारीख तक अल फलाह यूनिवर्सिटी के अंदर ही मौजूद थी। जांच एजेंसियों द्वारा यूनिवर्सिटी से जब्त किए CCTV से ये खुलासा हुआ है। 29 अक्टूबर को i20 कार मेन गेट से यूनिवर्सिटी में एंट्री कर रही है। 30 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 41 मिनट पर उमर की i20 कार यूनिवर्सिटी से बाहर निकलती हुई दिखी।
2 डॉक्टरों समेत 3 हिरासत में
दिल्ली पुलिस ने लालकिले के पास हुए विस्फोट के सिलसिले में हरियाणा के अल फलाह विश्वविद्यालय के दो डॉक्टरों समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा संज्ञान में लाई गई कथित अनियमितताओं को लेकर संस्थान के खिलाफ दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। Edited by : Sudhir Sharma