श्रीनगर। G20 की कार्यकारी समूह की सोमवार से शुरू हो रही 3 दिवसीय बैठक से पहले एनआईए ने जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। इसे सुरक्षा बलों की आवाजाही की खुफिया जानकारी को आतंकवादियों से साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा से आरोपी मोहम्मद उबैद मलिक की गिरफ्तारी हुई है।
प्रवक्ता ने बताया कि यह गिरफ्तारी ऐसे वक्त में हुई है जब सीमा पार से भारत को अस्थिर करने के लिए जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमला करने की साज़िशों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि मलिक पाकिस्तान में बैठे जेईएम कमांडर के लगातार संपर्क में था। जांच में पता चला कि वह उसे गुप्त जानकारी भेज रहा था, खासकर, सुरक्षा बलों की आवाजाही को लेकर।
अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तारी के समय उसके कब्जे से विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं जो आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने में उसकी संलिप्तता को दर्शाते हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए ने पिछले साल 21 जून को आंतकवाद की साज़िश का मामला दर्ज किया था ताकि पाकिस्तान में बैठे विभिन्न आतंकी संगठनों के कमांडरों के निर्देश पर आतंकवादी और उनके सहयोगियों द्वारा रची जा रही साजिशों का पता लगाया जा सके।
अधिकारी ने कहा कि इसमें बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों, हथियारों और आईईडी और नकद को हासिल करना और फिर इनका वितरण करना शामिल है। इनमें रिमोट संचालित और चिपकने या चुंबकीय (स्टीकी/मैगनेटिक) गुण से युक्त बम भी शामिल हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि आईईडी और विस्फोटक ड्रोन का इस्तेमाल कर अक्सर सीमा पार से भेजे जाते थे और जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला करने के लिए इन्हें स्थानीय स्तर पर भी तैयार किया जाता था।
अधिकारी ने बताया कि हमलों से मुख्य रूप से अल्पसंख्यकों और सुरक्षा बलों के कर्मियों को निशाना बनाया गया है।”
पूंछ में सेना का अभियान : जम्मू-कश्मीर में सीमावर्ती पुंछ जिले के एक अग्रिम इलाके में एक संतरी ने शनिवार देर रात संदिग्ध गतिविधि देखी और गोली चलाई, जिसके बाद सेना ने रविवार को इलाके में व्यापक तलाश अभियान शुरू किया। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि लोगों को अपने-अपने घरों के अंदर रहने के लिए कहा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि मेंढर सेक्टर के केरी शिविर में देर रात करीब तीन बजे संतरी की ड्यूटी पर तैनात जवान ने संदिग्ध गतिविधि देखने के बाद गोलीबारी की, जिसमें कोई घायल नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति ने कोई जवाबी कदम नहीं उठाया, लेकिन सेना ने यह सुनिश्चित करने के लिए इलाके और निकटवर्ती जंगल में एक बड़ा तलाशी अभियान शुरू किया है कि वहां कोई आतंकवादी तो मौजूद नहीं है।
अधिकारियों के मुताबिक तलाश अभियान के लिए घिरे विशाल वन क्षेत्र की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है और लोगों को एहतियात के तौर पर घरों के भीतर ही रहने के लिए कहा गया है।
हालांकि जंगल में तलाशी अभियान अभी भी जारी है, लेकिन अभी तक संदिग्ध आतंकवादियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
पुंछ के पास भाटा धूरियन इलाके में 20 अप्रैल को सेना के एक वाहन पर आतंकवादियों द्वारा घातक हमला किया गया था जिसमें पांच सैनिक शहीद हो गए थे और एक अधिकारी घायल हो गया था।
आतंकवादियों को शरण देने के लिए आतंकवादी संगठन के कम से कम छह सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
हालांकि आतंकवादी अब भी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं। अधिकारियों के अनुसार, सेना दैनिक स्तर पर तलाशी अभियान चला रही है और क्षेत्र में गश्त कर रही है। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma