नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों के लिए सीमा पार से हो रही फंडिंग के खिलाफ व्यापक अभियान जारी रखते हुए गुरुवार को लगातार दूसरे दिन कश्मीर घाटी में आठ स्थानों पर तथा दिल्ली और गुड़गांव में एक-एक स्थान पर छापेमारी की।
एनआईए ने बुधवार को भी श्रीनगर और दिल्ली के 27 स्थानों पर छापेमारी कर 2.20 करोड रुपए जब्त किए थे। एनआईए के अनुसार आतंकी फंडिंग के खिलाफ उसका अभियान जारी है और गुरुवार को कश्मीर घाटी, दिल्ली और गुरुग्राम में दस स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि कश्मीर में ये छापेमारी उत्तरी, दक्षिणी और मध्य कश्मीर में स्थित ठिकानों पर की जा रही है।
एनआईए के इस अभियान के दौरान दिल्ली और श्रीनगर में उन करोबारारियों के घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की तलाशी ली गई जिन पर आतंकवादी गतिविधियों के लिए फंडिग करने का आरोप या संदेह है। छापेमारी के दौरान इन स्थानों से करीब 2.20 करोड़ की राशि के साथ ही हवाला करोबार से जुड़े आपत्तिजनक दस्तावेज तथा कई सारे लैपटॉप, मोबाइल फोन और हार्ड डिस्क जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए गए।
एनआईए के अनुसार इस दौरान कई ऐसी डायरियां, लेजर बुक भी बरामद हुए हैं जिनमें हवाला करोबार से जुड़े कई लोगों के पते, अवैध तरीके से सीमापार कारोबार करने वाली कंपनियों के बैंक खातों तथा जम्मू-कश्मीर से जुड़े कुछ बैंक खातों के पासबुक भी हैं।
संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा करने वाले कुछ लोगों के यात्रा दस्तावेज भी छापेमारी के दौरान बरामद किए गए हैं। छापेमारी की कार्रवाई देर शाम तक जारी थी। इस मामले में संदिग्ध लोगों से उनके ठिकानों से मिले आपत्तिजनक दस्तावेजों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
जांच एजेंसी इससे पहले पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से आंतकवादी गतिविधियों के लिए फंडिंग करने के संबंध में हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों के प्रवक्ताओं अयाज अकबर और अधिवक्ता शाहिदुल इस्लाम सहित कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी के दामाद तथा कई अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें अन्य संगठन के लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था जिनमें नईम खान, मेहरुजुद्दीन कलवाल, पीर सैफुल्ला और फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा करातायत और व्यापारी जहूर वथाली आदि शामिल हैं।
इस बीच एनआईए के इस अभियान को लेकर कश्मीर के अलगाववादी नेताओं ने भारी आक्रोश व्यक्त किया है। इनमें से तीन बड़े अलगाववादी नेताओं ने विरोध स्वरूप शनिवार को दिल्ली पहुंच कर खुद ही एनआईए के समक्ष गिरफ्तारी देने की घोषणा की है। (वार्ता)