नई दिल्ली। जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर बीते रविवार को हुए विस्फोट मामले की जांच अब एनआईए (NIA) करेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को यह जांच को सौंपने का फैसला लिया है। जांच में पाया गया है कि विस्फोट में आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया है। इस हमले में 2 लोग घायल हो गए थे। कहा जा रहा है कि विस्फोट के चलते कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ है, लेकिन यह इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़ी हानि पहुंचा सकता।
इस बीच भारत ने ड्रोन का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में भी उठाया है। भारत ने ड्रोन के जरिए हथियारों की तस्करी की बात संयुक्त राष्ट्र में कही है। जम्मू में सैनिक प्रतिष्ठानों को उड़ाने आज भी फिदायीन ड्रोन देखे गए हैं। करीब 3 स्थानों पर ये नजर आए थे और एक स्थान पर इन पर गोलियां भी बरसाईं गईं, पर वापस लौटने या हवा में गुम होने में कामयाब रहे। इस बीच सेना ने जम्मू में इन फिदायीन ड्रोन से अपने सैनिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा की खातिर एंटी ड्रोन गनों समेत कमांडो को तैनात किया है।(भाषा)