लखनऊ। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को उत्तरप्रदेश में जिस रक्षा गलियारे का ऐलान किया, उसकी रूपरेखा मात्र 18 दिन में तैयार कर ली गई थी।
निर्मला सीतारमण ने यहां 'उत्तरप्रदेश इन्वेस्टर्स समिट 2018' में 'डिफेंस एंड एयरोस्पेस इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन यूपी' विषय पर बोलते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री 2 फरवरी को समिट का न्योता देने के लिए उनसे मिले थे। उस समय मुख्यमंत्री से बजट में रक्षा गलियारे की घोषणा का जिक्र हुआ था।
उन्होंने कहा कि एक हिचकिचाहट थी। हमने कहा कि अगर उत्तरप्रदेश इच्छुक है या इच्छा जाहिर करे तो हम कुछ कर पाएंगे। मैंने तुरंत प्रधानमंत्री से इसका जिक्र किया और प्रधानमंत्री की ओर से तुरंत आदेश हो गया कि इसे करो।
रक्षामंत्री ने केंद्र एवं राज्य सरकार के नौकरशाहों की तारीफ करते हुए कहा कि जिस गति से प्रधानमंत्री ने हमें इस विषय में काम करने का आदेश दिया, जिस तरीके से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री का आदेश उनके अधिकारीगण को मिला, दोनों दिल्ली में, रक्षा मंत्रालय और उत्तरप्रदेश के अधिकारी, साथ-साथ सहयोग से काम किए, 18 दिन में बुधवार को प्रधानमंत्री ने इसकी विस्तार से घोषणा कर दी।
उन्होंने कहा कि इतने सहयोगात्मक रवैए से कठिन परिश्रम हुआ कि 1 दिन भी शिकायत नहीं हुई। अधिकारियों ने इतनी रफ्तार एवं दक्षता के साथ पूरी लोकेशन का विवरण दिया कि बुंदेलखंड को फायदा मिले। रक्षामंत्री ने कहा कि भारत दुनिया में रक्षा खरीद के मामले में शीर्ष से तीसरे स्थान पर है। मेटल (उप्र) के क्षेत्र में उत्तरप्रदेश धनी है। (भाषा)