बेंगलुरु, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से उनके पास कोई फोन नहीं आया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, शिवकुमार ने कहा, मैं नहीं जानता। मुझे जो भी काम दिया गया, मैंने वह किया है। हमने दिल्ली को एक पंक्ति का प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का गठन शुभ मुहूर्त पर किया जाएगा।
आलाकमान द्वारा राष्ट्रीय राजधानी बुलाए जाने की अटकलों के बीच उन्होंने कहा, मुझे अभी तक कोई फोन नहीं आया है। चलिये, देखते हैं। नयी सरकार का गठन कब होगा ? इस सवाल पर शिवकुमार ने कहा, हम सप्ताह का शुभ दिन और शुभ मुहूर्त देखेंगे।
शिवकुमार का राज्य के मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्दरमैया से कड़ा मुकाबला है। दोनों ही नेता इस पद के लिए दावेदार माने जा रहे हैं। कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की रविवार शाम यहां एक निजी होटल में हुई बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष एम. मल्लिकार्जुन खरगे को विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार दिया गया, जो कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनेगा।
राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीटें जीतीं।
Edited by navin rangiyal/ (भाषा)