रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना पर यू-टर्न लेने से साफ मना कर दिया है। इतना ही नहीं, मंत्रालय ने यह भी साफ कर दिया है कि हिंसा में शामिल किसी भी उपद्रवी को अग्निवीर बनने का मौका नहीं मिलेगा। आवेदन करने से पहले उसे पुलिस से वैरिफिकेशन कराना होगा।
केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद रक्षा मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेसवार्ता में मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि अग्निपथ योजना पर यू-टर्न नहीं लिया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि सभी भर्तियां इसी स्कीम के तहत होंगी। जानकारी दी गई कि 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में आर्मी जॉइन कर लेगा।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निपथ के विरोध में कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाने वालों ने छात्रों को भड़काकर प्रदर्शन कराया है। उन्होंने कहा कि अग्निवीर बनने वाला शपथपत्र देगा कि उसने कोई प्रदर्शन नहीं किया है न तोड़फोड़ की। बिना पुलिस वेरिफिकेशन के कोई सेना में शामिल नहीं होगा।
पुरी ने कहा कि युवा फिजिकली तैयार हों, ताकि वह हमारे साथ जुड़कर ट्रेनिंग कर सकें। हमने इस योजना को लेकर हाल में हुई हिंसा का अनुमान नहीं लगाया था। सशस्त्र बलों में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है। सभी को लिखित में देना होगा कि वे किसी भी तरह की आगजनी और हिंसा में शामिल नहीं थे।