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बैंक अधिकारियों से बैठक के बाद क्या बोले जेटली

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, गुरुवार, 24 नवंबर 2016 (16:51 IST)
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बैंकों से मिशन रूप से डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने को आज कहा। उन्होंने कहा कि सरकार के सुधार का का मुख्य उद्देश्य लेन-देन में नकदी के उपयोग को सीमित करना है। सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंक प्रमुखों के साथ बैठक के बाद उन्होंने कहा कि डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिये वित्त मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जा रही है।

 नोटबंदी को लेकर संसद में हंगामे का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा कि राजनेताओं को यह स्वीकार करने की जरूरत है कि लोगों की आदत बदल रही है और वे भुगतान के लिये धड़ल्ले से कार्ड का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक प्रणाली के भीतर जो दलीलें दी जा रही हैं कि भारतीयों ने इस तरीके को स्वीकार नहीं किया है, उसके विपरीत कुछ बैंक पहले से काफी सफल रहे हैं। 
 
मुझे लगता है कि जहां तक लोगों की आदत का सवाल है, भारत के राजनीतिक जीवन को यह स्वीकार करना है कि हमारी नाक के ठीक नीचे, वे बदल रहे हैं। देश में डिजिटल आउटलेट का ब्योरा देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि 14 लाख पीओएस मशीन हैं, जो खुदरा स्तर पर काम कर रहे हैं और इस आंकड़े में कई गुना वृद्धि होनी है। उन्होंने कहा कि इन मशीनों का विनिर्माण भारत में नहीं हुआ है, उनका आयात किया गया है।
 
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इसके अलावा बैंकों के मौजूदा ग्राहकों के संदर्भ में डेबिट कार्ड और प्रीपेड कार्ड, ई-वालेट के साथ-साथ मोबाइल एप का वे उपयोग करने जा रहे हैं। वे अपने बुनियादी ढांचे के साथ तैयार हैं।’’ उन्होंने कहा कि बैठक में यह बात भी सामने आयी कि देश में पहले से 80 करोड़ कार्ड परिचालन में हैं जिसमें 40 करोड़ का उपयोग लोग सक्रियता के साथ कर रहे हैं। यह बदलाव है जो पहले से हो रहा है। इसीलिए इस बदलाव को आगे और गति देने के लिये इसे एक बड़े अवसर के रूप में उपयोग करना है।
 
जेटली ने कहा कि बैठक के लिए एक प्रमुख एजेंडा डिजिटल बैंकिंग का विस्तार था..इस बैठक का मकसद बैंक प्रणाली से पूरे अभियान को मिशन मोड में आगे बढ़ाने की अपील करना था। नोटबंदी का बचाव करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार के सुधार का एक मुख्य मकसद नकदी लेन-देन में कमी लाना है। हालांकि उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था एवं व्यापार को विस्तार करना है और इसीलिए जिसमें कमी आनी है, उसका विकल्प होना चाहिए तथा डिजिटल रूप से उसका आगे विस्तार होना चाहिए।
 
जेटली ने कहा कि डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिये वित्तीय सेवा विभाग में अतिरिक्त सचिव अनिल कुमार कहाची की अध्यक्षता में एक कार्यबल गठित किया गया है। कार्यबल पूरी मुहिम खासकर पीओएस मशीन के संदर्भ में इस पर नजर रखने जा रहा है।  (भाषा)

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