लखनऊ। प्रयागराज नगर निगम ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पैतृक आवास आनंद भवन को गृह कर जमा नहीं करने पर नोटिस दिया है। प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने बुधवार को बताया, 4 करोड़ 35 लाख रुपए का गृह कर जमा करने का नोटिस आनंद भवन को भेजा गया है।
उन्होंने कहा, यह एक पुरातत्व भवन के रूप में पंजीकृत है और इसका कर जमा नहीं किया गया है। आनंद भवन के अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि इस भवन को पुरातत्व भवन के रूप में सरकार को सौंपा जा चुका है, इस बारे में उनसे कागज मांगे गए, लेकिन वे कागज भी उपलब्ध नहीं करा सके।
उन्होंने बताया कि आनंद भवन के अधिकारी कर में रियायत चाह रहे थे लेकिन जब उनसे पूछा गया कि वह किस आधार पर रियायत चाहते हैं तो वह इसका जवाब नहीं दे सके। वहां के अधिकारी कहते हैं कि यह भवन व्यावसायिक नहीं है लेकिन जब इंदिरा गांधी की जयंती मनाई जाती है तो आने वाले लोगों से पचास रुपए का टिकट लिया जाता है।
इसके अलावा संग्राहलय का टिकट भी लिया जाता है। अगर आपने भवन को सरकार को पुरातत्व के तौर पर सौंप दिया है तो फिर इस पर सरकार का नियंत्रण होना चाहिए। महापौर ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, आपका अभी भी भवन पर पूरी तरह से कब्जा है, आपके ही ताले हैं।
जब सोनिया जी या गांधी परिवार का कोई शख्स आता है तो ताले तुरंत खुल जाते हैं। उन्होंने बताया कि नोटिस 7 से 10 दिन पहले भेजा गया था। 1990 तक वे 600 रूपए टैक्स देते थे, लेकिन 1990 के बाद से वह भी नहीं दिया गया है।