नई दिल्ली। NRC पर बुधवार को भी संसद में जमकर हंगामा हुआ। राज्यसभा में सदन की कार्रवाई शुरू होने पर एक बार फिर इस मुद्दे पर बोलने का अवसर दिया गया। हालांकि भारी शोर शराबे के बीच एक बार फिर वह अपनी बात नहीं रख पाए।
राज्यसभा में जैसे ही अमित शाह को बोलने का मौका दिया गया वहां भारी हंगामा शुरू हो गया। हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को असम में एनआरसी के मुद्दे पर राज्यसभा में बोलते हुए अमित शाह ने कहा था कि असम एकॉर्ड आपके (कांग्रेस) प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने साइन किया, यह पूरी तरह एनआरसी पर ही लागू था। आप अपने प्रधानमंत्री का फैसला लागू नहीं कर पाए।
अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि ये 40 हजार बांग्लादेशी किसके हैं, किसको बचा चा रहे हैं आप'?
उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि किसी में भी घुसपैठियों की पहचान करने की हिम्मत नहीं थी। दअरसल, वे लोग बांग्लादेशी घुसपैठियों को बचाना चाहते हैं। शाह ने कहा कि असम में अवैध घुसपैठियों की पहचान जरूरी थी। कल भी हंगामें की वजह से वह अपनी बात पूरी नहीं कर पाए थे।