नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कालेधन पर शिकंजा कसने के लिए पिछले वर्ष नवंबर में नोटबंदी की घोषणा की थी। सरकार ने बंद हो चुके पुराने नोटों को बदं करने के लिए मार्च तक का समय दिया था, लेकिन एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक अभी भी कमीशन पर इन नोटों को बदला जा रहा है।
अखबार इकोनॉमिक्स टाइम्स में प्रकाशित एक खबर के अनुसार, 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट अब भी ऊंचे कमीशन पर बदले जा रहे हैं, जबकि इनको बैंक में जमा कराने की समय-सीमा 30 दिसंबर 2016 को ही समाप्त हो गई थी। खबर के अनुसार बिचौलिए पुराने नोटों के मामले में नियमों की हर खामी का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं, इस कारण से यह धंधा अभी भी चल रहा है। इन नोटों की लॉन्ड्रिंग के लिए एनआरआई की मदद ली जा रही है, क्योंकि उनके लिए पुराने नोट जमा कराने की आखिरी तारीख 30 जून है। उनको अपने खातों में पुराने नोट जमा कराने के लिए भारी कमीशन की पेशकश की जा रही है।
खबर के मुताबिक इस धंधे से जुड़े लोगों का कहना है कि अभी अगर आप 1 करोड़ रुपए के पुराने नोट देंगे, तो उसके बदले आपको 9 लाख रुपए मिलेंगे। कोई 1 करोड़ देकर 9 लाख रुपए क्यों लेगा, यह पूछे जाने पर धंधेबाज बताते हैं कि कई ऐसे लोग हैं, जो सरकार से अपनी आमदनी का जरिया छिपाना चाहते हैं। जिन लोगों ने पुराने नोट जमा नहीं कराए हैं, उन्हें डर है कि ऐसा करने पर उनकी फ्यूचर सोर्स ऑफ इनकम भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजरों में आ जाएगी।
खबर के मुताबिक ये लोग 1 प्रतिशत कमीशन पर पुराने नोट एनआरआई को दे देते हैं। एनआरआई ने हम लोगों से संपर्क किया। हम उनसे 1 करोड़ पुराने नोटों के बदले 10 लाख के नए नोट मांगते हैं। इस तरह से यह धंधा चल रहा है। उन्होंने बताया कि 1 करोड़ पुराने नोट पर उन्हें 50,000 से एक लाख रुपए तक का कमीशन मिल रहा है। (एजेंसियां)