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बम और बातचीत साथ नहीं चल सकते, जम्मू में अमित शाह ने कहा

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, शुक्रवार, 6 सितम्बर 2024 (20:09 IST)
Amit Shah in Jammu: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि भारत आतंकवाद समाप्त होने तक पाकिस्तान से बातचीत के पक्ष में नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘बातचीत और बम एक साथ नहीं चल सकते।’ शाह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी करते हुए ये टिप्पणियां कीं।
 
कश्मीर के युवाओं से होगी बातचीत : उन्होंने आतंकवादी गतिविधियां जारी रहने के बीच पाकिस्तान के साथ बातचीत की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया। शाह ने कहा कि जब तक आतंकवाद समाप्त नहीं हो जाता, हम पाकिस्तान के साथ बातचीत के पक्ष में नहीं हैं। लेकिन, हम कश्मीर के युवाओं से निश्चित रूप से बात करेंगे। ALSO READ: बांग्लादेश में सिर्फ 9 फीसदी हिंदू क्यों बचे, गृहमंत्री अमित शाह ने बताई यह वजह
 
पाकिस्तान के साथ वार्ता फिर से शुरू करने और नियंत्रण रेखा के पार व्यापार बहाल करने की राजनीतिक दलों की मांगों के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में शाह ने कहा कि जब तक आतंकवाद समाप्त नहीं हो जाता, हम इससे सहमत नहीं हो सकते।
 
जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की मांग के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह मांग लोगों को गुमराह करने के लिए है। मैंने हमेशा इस मांग को स्वीकार किया है। उचित समय पर इसे (राज्य का दर्जा) बहाल किया जाएगा। ALSO READ: Jammu Kashmir Elections : घाटी में 14 कश्मीरी पंडित चुनावी मैदान में, क्षेत्र में 3 लाख से ज्‍यादा हैं विस्‍थापित
 
370 नहीं होगी बहाल : नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के घोषणापत्र में अनुच्छेद 370 की बहाली के आश्वासन और कांग्रेस द्वारा नेकां को समर्थन से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए शाह ने कहा कि नेकां का एजेंडा जमीन पर लागू नहीं हो सकता। अनुच्छेद 370 अतीत की बात है। यह इतिहास है। कोई भी इसे बहाल नहीं कर सकता।
 
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की जम्मू-कश्मीर पर बाहरी लोगों के शासन संबंधी टिप्पणी पर शाह ने कहा कि अगर वह कहते हैं कि राष्ट्रपति शासन बाहरी लोगों का शासन है, तो मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि आपकी सरकारों के दौरान जम्मू-कश्मीर में तीन बार राष्ट्रपति शासन लगा था। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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