नई दिल्ली। केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफा की मांग करते हुए विपक्ष ने संसद से सड़क तक जमकर हंगामा किया। हंगामें की वजह से संसद की कार्यवाही गुरुवार को भी नहीं चली। देश के कई शहरों ने विपक्षी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर प्रदर्शन किया।
लोकसभा में राहुल ने उठाया मुद्दा : प्रश्नकाल के दौरान ही जब अध्यक्ष बिरला ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछने के लिए कहा तो राहुल ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को उठाया और गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग की। बिरला ने उनसे अपील की कि वह विषय से संबंधित प्रश्न पूछें।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग कर रहे कांग्रेस सदस्यों के हंगामे की वजह से गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न करीब 2:10 बजे दिनभर के लिए स्थगित।
यूपी विधान परिषद में भी हंगामा : उत्तर प्रदेश विधान परिषद की कार्यवाही लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी नहीं किए जाने को लेकर सपा सदस्यों के हंगामे के कारण कुछ समय के लिए स्थगित की गई।
पूर्वान्ह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर नेता सदन उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने वित्त वर्ष 2022-23 के आय-व्यय अंतरिम अनुदान मांगों को प्रस्तुत किया। इसी दौरान सपा सदस्य नरेश उत्तम पटेल ने लखीमपुर खीरी के तिकोनिया में हुई घटना में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को अभी तक बर्खास्त नहीं किए जाने का प्रश्न उठाया।
सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने पटेल को टोकते हुए कहा कि यह प्रश्नकाल है और इस मुद्दे को शून्य प्रहर में उठाने के लिए सूचना आनी है। इसके बाद सपा के सदस्य हाथों में तख्ती लेकर सदन के बीचोबीच आ गए। तख्तियों में 'केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करो' और 'लखीमपुर में घायल किसानों को मुआवजा दो' नारे लिखे थे। इस पर संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
सड़क पर प्रदर्शन : लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री अजय कुमार मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा के नेृतत्व में पार्टी के विधायकों और नेताओं ने हजरतगंज जीपीओ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से विधानसभा तक पैदल जुलूस निकाला।
सोशल मीडिया पर एक्शन में प्रियंका : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लखीमपुर खीरी मामले में विशेष जांच दल (SIT) के आवेदन की पृष्ठभूमि में को आरोप लगाया कि गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने से इनकार करना केंद्र सरकार के नैतिक दिवालियेपन का सबसे स्पष्ट संकेत है। उन्होंने यह भी कहा कि मिश्रा को बर्खास्त कर उनके खिलाफ कानून के मुताबिक मामला दर्ज होना चाहिए।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने ट्वीट किया, 'अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने से सरकार का इनकार उसके नैतिक दिवालियेपन का सबसे स्पष्ट संकेत है। नरेंद्र मोदी जी, सावधानीपूर्वक धार्मिकता का प्रदर्शन करने और धार्मिक वस्त्र धारण करने से यह तथ्य नहीं बदल जाएगा कि आप एक अपराधी को बचा रहे हैं।'
संसदीय कार्य मंत्री ने दिया यह तर्क : जब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच चल रही है। हम विपक्ष से रचनात्मक सुझाव लेना चाहते हैं। हम उन्हें चर्चा के लिए बुलाते हैं लेकिन वे मना कर देते हैं। विपक्ष को जांच पूरी होने का इंतजार करना चाहिए। हम सुप्रीम कोर्ट के काम में दखल देकर संसदीय नियमों को नहीं तोड़ना चाहते हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू और कुछ अन्य लोगों पर लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है। इस घटना में और इसके बाद भड़की हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी।