2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकजुटता के लिए पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर हुई बैठक में नेताओं ने एकजुट होकर आगे बढ़ने की रणनीति तैयार की। बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले के साथ हर लोकसभा सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक साझा उम्मीदवार उतारने पर भी चर्चा हुई। बैठक में तय हुआ है कि अगले महीने शिमला में विपक्षी दल के नेता कांग्रेस की अगुवाई में होने वाली बैठक में फिर एक साथ बैठेंगे और जिसमें लोकसभा चुनाव को लेकर अंतिम रणनीति तैयार की जाएगी।
बैठक के बाद एकजुटता की हुंकार-विपक्ष दलों की बैठक के बाद साझा प्रेस कॉफ्रेंस में विपक्ष के नेताओं ने एक सुर में एकजुटता की बात कही। बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बैठक में एक साथ चुनाव लड़ने पर सहमति हुई है। वहीं नीतीश कुमार ने बताया कि विपक्षी दलों की अगली बैठक में जुलाई में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुवाई में होगी, जिसमें आज हुई चर्चा को अंतिम रूप दिया जाएगा।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगली बैठक 10 या 12 जुलाई को शिमला में होगी, जिसमें आगे बढ़ने के लिए कॉमन मिनिमम एजेंडे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए हर राज्य के लिए अलग-अलग रणनीति तय की जाएगी।
बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि आज हिंदुस्तान की नींव पर भाजपा और आरएसस आक्रमण कर ही है। यह विचारधारा की लड़ाई है। राहुल ने कहा कि हम सभी में थोड़ी-थोड़ी डिंफरेंसज होगी,पर हम एक साथ काम करेंगे। हमारी जो विचारधारा उसकी रक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि यह विपक्षी एकजुटता की एक कोशिश जो अगली बैठक में आगे बढ़ेगी।
वहीं बैठक के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि हम आपसी मतभेद छोड़कर आगे बढ़ेंगे और 2024 में मिलकर लड़ेंगे। वहीं पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम सभी एकजुटता बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि हम मिलकर गांधी के मुल्क को गोडसे का मुल्क नहीं बनने देंगे। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हम सब मिलकर एक साथ मिलकर देश को बचाने का काम करेंगे।
राहुल ने भाजपा को हराने की भरी हुंकार-बैठक में शामिल होने पटना पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी विपक्षी एकजुटता की बात कहते हुए भाजपा को हराने के बात कही। राहुल गांधी ने कहा कि हम एक साथ मिलकर भाजपा को हराने जा रहे हैं। आपने देखा होगा कर्नाटक में बीजेपी के नेताओं ने बड़े-बड़े भाषण दिए, हर कोने में घूम लिया लेकिन नतीजा आपने देख लिया कि वहां क्या हुआ। राहुल गांधी ने कहा कि जैसे ही कांग्रेस पार्टी एक साथ खड़ी हो गई भाजपा गायब हो गई। इसके साथ राहुल गांधी ने साल के अंत में होने वाले मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के साथ तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा किया।
बैठक में कौन-कौन हुआ शामिल?-2024 के लोकसभा चुनाव के नजरिए से विपक्षी दलों बेहद महत्वपूर्ण बैठक में विपक्ष के 15 दलों के नेता शामिल हुए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मेजबानी में हुई बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार,पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशन कॉफ्रेंस उमर अब्दुल्ला और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
बैठक से किसने बनाई दूरी?- विपक्षी एकजुटता की इस मुहिम से तीन प्रमुख क्षेत्रीय दलों के नेताओं ने दूरी बना ली। बैठक में उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के जगन मोहन रेड्डी शामिल नहीं हुए। गौरतलब है कि नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता की अपनी मुहिम के तहत पिछले दिनों उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिले थे लेकिन नवीन पटनायक का आज की बैठक में शामिल नहीं होना एक बड़ा झटका माना जा रहा है। वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी बैठक में शामिल नहीं है। तेलंगाना में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है और राज्य में बीआरएस का मुख्य मुकाबला कांग्रेस से ही है।