नई दिल्ली। कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की मौत पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा एक दिन का सरकारी शोक घोषित करने के बारे में भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का बयान है और उसे कुछ नहीं कहना है।
गिलानी (91) का लंबी बीमारी के बाद बुधवार की रात को श्रीनगर में उनके घर पर निधन हो गया। पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता ने तीन दशकों से अधिक समय तक जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद की राजनीति की। उन्हें उनके घर के पास में ही स्थित मस्जिद में सुपुर्दे खाक किया गया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि गिलानी की मौत पर वह काफी दुखी हैं। खान ने कहा, पाकिस्तानी झंडा आधा झुका रहेगा और हम एक दिन का राजकीय शोक मनाएंगे।
खान के बयान के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, मुझे इस पर फिलहाल कुछ नहीं कहना है। यह उनका बयान है। उन्होंने उन्हें निशान-ए-पाकिस्तान उपाधि दी थी, उनकी इच्छा। मैं क्या कह सकता हूं।
पाकिस्तान में मंदिरों और मूर्तियों को तोड़ने के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हमले को लेकर भारत ने कई बयान जारी किए और पहले उनके समक्ष इस तरह के मुद्दों को उठाया गया है।
बांग्लादेश के साथ एयर बब्बल की बहाली पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वार्ता जारी है और प्रस्तावों पर बातचीत चल रही है।(भाषा)