नई दिल्ली। भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में तीन किलोमीटर अंदर जाकर पांच से सात ठिकानों पर चार घंटे की सीमित सैन्य कार्रवाई करके कम से कम 30 आतंकवादियों को मार गिराया। इसी बीच इस्लामाबाद में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावाले को तलब किया है।
भारत ने सर्जिकल हमले की जानकारी 22 देशों के राजदूतों को दी है। खबरों के मुताबिक इस हमले में 38-40 आतंकी मारे गए हैं। भारत ने 22 देशों के राजदूतों को इसकी जानकारी दी। टाइम्स नाऊ के मुताबिक नौ पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए हैं।
सेना के सूत्रों ने बुधवार रात हुई इस सैन्य कार्रवाई के बारे में जानकारी दी कि इस कार्रवाई को रात साढ़े 12 बजे से लेकर गुरुवार तड़के साढ़े चार बजे के बीच अंजाम दिया गया। इस दौरान सेना की स्पेशल फोर्सेस की कमांडो टीमों ने पांच से 7 जगहों पर हेलीकॉप्टर की मदद से नियंत्रण रेखा पार की और आतंकवादी लांच पैड पर हमला किया।
सूत्रों ने बताया कि विश्व के श्रेष्ठतम कमांडो द्वारा की गई इस कार्रवाई में कम से कम 30 से 35 आतंकवादी और उनकी मदद करने वाले लोग मारे गए हैं। ये लांच पैड नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आधा किलोमीटर से तीन किलोमीटर तक अंदर थे। कार्रवाई में विभिन्न आतंकवादी संगठनों के ये लांच पैड ध्वस्त हो गए हैं। सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई पूरी तरह से गुप्त रही और सभी भारतीय कमांडो सुरक्षित देश की सीमा में लौट आए। कोई भी जवान हताहत नहीं हुआ है।
इससे पहले सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में इस सीमित कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमें बुधवार को बहुत पुख्ता एवं विशिष्ट सूचना मिली कि कुछ आतंकवादी दल नियंत्रण रेखा के पास लांच पैड पर भारत में घुसपैठ और जम्मू कश्मीर एवं देश के विभिन्न शहरों में आतंकवादी हमले के लिए तैयार बैठे हैं। भारतीय सेना ने बुधवार रात इन लांचिंग पैड पर सीमित सैन्य कार्रवाई की है।
सिंह ने कहा कि इस कार्रवाई का लक्ष्य उन आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करना था जो भारतीय नागरिकों की जानमाल को नुकसान पहुंचाना चाहते थे। इस अभियान में बड़ी संख्या में आतंकवादी और उन्हें मदद करने वालों को नुकसान पहुंचा है। हमारा ऐसे अभियान जारी रखने का कोई इरादा नहीं है। हालांकि सैन्य बल किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने कहा कि मैंने अभी हाल पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक से भी बात की है और उन्हें अपनी चिंताओं से अवगत कराया और उन्हें बुधवार रात भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी दी। भारत का इरादा क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता कायम रखने का है, लेकिन हम निश्चित रूप से आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा पर बेझिझक घूमने और हमारे देश के नागरिकों पर हमला करने की इजाजत नहीं दे सकते हैं।" उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तानी सेना हमारे साथ सहयोग करेगी।
सैन्य संचालन महानिदेशक ने बताया कि इस साल अब तक घुसपैठ की 20 बड़ी कोशिशें हुईं हैं। इस दौरान ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम और पाकिस्तानी मार्का वाली सामग्रियां मिली हैं। जम्मू कश्मीर में कई आतंकवादी पकड़े गए हैं, जिन्होंने पाकिस्तानी नागरिक होने और पाकिस्तानी धरती पर प्रशिक्षण दिए जाने की बात स्वीकार की है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक की और स्थिति की समीक्षा की। इस बीच, पाकिस्तान ने इस सीमित सैन्य कार्रवाई की बात से ही इंकार कर दिया है और कहा है कि भारत सरकार भ्रामक प्रचार कर रही है। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना ने पाकिस्तानी चौकियों पर बिना किसी उकसावे के गोलाबारी की और उसमें पाकिस्तानी सेना के दो जवान मारे गए हैं। (वार्ता/वेबदुनिया न्यूज डेस्क)