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उड़ी हमले पर पाकिस्तान का नया झूठ

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इस्लामाबाद , शनिवार, 24 सितम्बर 2016 (10:55 IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री निसार अली खान ने एक बार फिर झूठ का सहारा लेते हुए भारत पर आरोप लगाया कि वह बिना किसी ठोस सबूत के उड़ी आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को दोष दे रहा है और घटना की जांच में भारत के साथ तुरंत सहयोग की किसी संभावना को खारिज कर दिया।
 
खान ने कहा कि भारत के पास हमले को लेकर खुद कोई सबूत नहीं है तो पाकिस्तान कोई जांच करने में कैसे मदद करेगा। उन्होंने उड़ी में सैन्य शिविर पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान पर आधारहीन आरोप लगाने का भी भारत पर इल्जाम लगाया। उन्होंने कहा कि अभी जांच पूरी तक नहीं हुई है और भारत हम पर झूठे आरोप लगा रहा है।
 
खान ने हमले को लेकर भारत के साथ तुरंत किसी सहयोग की संभावना को भी खारिज कर दिया और भारत सरकार पर आरोप लगाया कि वह उरी हमले के लिए समय से पहले की उसे दोष देकर पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए दुर्भावनापूर्ण अभियान चला रही है।
 
उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी मीडिया पर सेंसरशिप लगा दी है क्योंकि इसने पाकिस्तान के बारे में उसके आरोप पर सवाल किया था।
 
उन्होंने कहा, 'हमने मीडिया पर कोई सेंसरशिप नहीं लगाई है लेकिन उन्होंने लगाई है क्योंकि उनका अभियान पहले ही उनके समाचार चैनलों ने उजागर कर दिया था।'
 
इस बीच, विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने आज सरकारी पाकिस्तान टेलीविजन को दिए एक साक्षत्कार में कहा कि किसी भी अप्रिय घटना खासतौर पर कश्मीर में हुई घटना के लिए पाकिस्तान पर दोष लगाने की भारत की आदत है।
 
उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान रिश्तों के बीच कश्मीर विवाद की मुख्य वजह है। हमने हमेशा बातचीत के जरिए मुद्दे को भारत के साथ हल करने की कोशिश की है।

उल्लेखनीय है कि उड़ी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक दबाव बढ़ाते हुए भारत ने उसके उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब किया था और हमले में पाकिस्तान के आतंकवादियों के शामिल होने पर बरामद किए गए सबूतों को उनके संज्ञान में लाया।
 
विदेश सचिव जयशंकर ने तब आतंकवादियों के शवों से मिले जीपीएस से संबंधित जानकारी के बारे में बासित को बताया था। इन जीपीएस के ब्यौरे से यह संकेत मिलता है कि आतंकवादियों ने किस स्थल से और किस समय नियंत्रण रेखा पार की तथा घटनास्थल तक पहुंचने का उनका रास्ता क्या था। आतंकवादियों के पास पाकिस्तानी निशान वाले हथगोले भी थे जो उड़ी हमले में पाकिस्तान की भूमिका का सबूत है। (भाषा) 

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