जम्मू। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के एक जवान की बुधवार को पाक द्वारा भारतीय चौकी पर बिना उकसावे की गोलीबारी में मौत हो गई। इस साल पाक द्वारा यह इस तरह की पहली घटना है।
हेड कांस्टेबल आरपी हाजरा (50) उस समय गंभीर रूप से घायल हो गए जब पाकिस्तानी बल ने शाम करीब चार बजे जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में सीमा पार से गोलीबारी की। जवान को पास के एक चिकित्सा केन्द्र पर ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
इस जवान का आज जन्मदिन था। उसका 1967 में आज ही के दिन जन्म हुआ था। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जवाबी गोलीबारी की गई है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले हाजरा ने बीएसएफ में करीब 27 साल सेवाएं दीं। उनकी एक बेटी (21) और एक बेटा (18) है। इस घटना से कुछ दिन पहले पिछले साल 31 दिसंबर को राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर सेना के एक जवान की मौत हुई थी।
सिपाही जगसीर सिंह (32) उस समय शहीद हो गए थे जब राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलियां चलाई थीं। वर्ष 2017 में पाकिस्तान ने बीते दशक में सर्वाधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जिससे सेना के 19 जबकि बीएसएफ के चार जवान सहित 35 लोगों की मौत हुई थी।
23 दिसंबर को राजौरी में नियंत्रण रेखा पर सेना के एक मेजर और तीन सैनिक शहीद हुए थे और दो दिन बाद जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैनिकों ने पाक के कब्जे वाले कश्मीर में तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था। बीएसएफ क्षेत्र में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा में तैनात है। (भाषा)